ubc24.news

कलेक्टर एस. जयवर्धन ने की महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा, पोषण कार्यक्रम में सुधार हेतु दिए निर्देश

कलेक्टर एस. जयवर्धन ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित विभागीय योजनाओं की प्रगति, कुपोषण की स्थिति और पोषण ट्रैकर ऐप के उपयोग की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

इसके अलावा बैठक में महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, सखी वन स्टॉप सेंटर की गतिविधियों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन एवं पात्र हितग्राहियों को समय पर लाभ दिलाने के निर्देश दिए।

बालिकाओं के समग्र विकास के लिए चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना की प्रगति की भी समीक्षा हुई, साथ ही समय पर खाता खोलने एवं अभिभावकों को जागरूक करने पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त, बाल विवाह की रोकथाम की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बाल विवाह रोकने हेतु ग्राम स्तर जनजागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाए। सखी वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं की समीक्षा करते हुए महिलाओं को समय पर परामर्श, विधिक सहायता एवं संरक्षण उपलब्ध कराने पर एवम इस सेंटर के प्रति जागरूकता पर विशेष जोर दिया गया।

इस बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, परियोजना अधिकारी सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

बैठक में पोषण ट्रैकर ऐप में एंट्री में आ रही विसंगतियों पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं ऐप में प्रतिदिन की प्रविष्टि सही और समय पर करें, जिससे पोषण कार्यक्रम की सटीक मॉनिटरिंग और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके।

कलेक्टर ने बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के कुपोषण से संबंधित आँकड़ों का विस्तृत विश्लेषण करने, वास्तविक स्थिति जानने तथा इसके कारणों को समझकर सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चा वाइज डाटा का विश्लेषण कर प्रभावी रणनीति बनाई जाए ताकि बच्चों को समय रहते सुपोषित किया जा सके।साथ ही, कुपोषित बच्चों को सुपोषण की ओर लाने के लिए माता-पिता, सरपंच, सचिव सहित अन्य को इस उद्देश्य में शामिल करने को कहा, ताकि समुदाय स्तर पर जागरूकता और सहभागिता बढ़ सके।

उन्होंने सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया कि पोषण ट्रैकर में वजन, ऊंचाई और फेस कैप्चर जैसी प्रविष्टियों के लिए समस्त कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाए। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति, समय पर केंद्र खुलने-बंद होने की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

इसके अलावा पंडो जनजातीय क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने परियोजनावार केंद्रों में पेयजल, शौचालय, विद्युतीकरण और साफ-सफाई की स्थिति की जानकारी ली और इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे वे अन्य के लिए प्रेरणा बन सकें।

Exit mobile version