राजनांदगांव पत्रकारों पर अधिकतर राज्यों में झूठी शिकायत पर पुलिसिया कार्रवाई हो रही है इस तरह के मामले लगातार आए दिन आ रहे हैं जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसी भी पत्रकार को झूठी शिकायत पर झूठी मुकदमा दर्ज हुई तो सीधे-सीधे राज्यों के डीजीपी जिम्मेदार होंगे
उपरोक्त आदेश पर पत्रकार एकता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने माननीय न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि हमने पहले ही इस विषय में कई बार मुख्यमंत्री पुलिस महानिरीक्षक से आवाज उठाई है इस फैसले से निष्पक्ष पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों को काम करने में सुविधा मिलेगी पत्रकारों के अधिकारों के लिए पत्रकार एकता महासंघ सदैव तत्पर रहेगा हमने इस बात को ही प्रमुखता से उठाई थी कि किसी भी पत्रकार के साथ कोई मामला बनाए जाने से पहले जिले के एसपी स्तर का अधिकारी इस मामले में हस्तक्षेप करें गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ए पी सिंह ने सुनवाई के दौरान पत्रकारों के पक्ष में न्यायालय में संज्ञान लेने का आग्रह किया था जिस पर सुनवाई के दौरान माननीय उच्चतम न्यायालय ने सभी राज्यों के पुलिस महा निरीक्षक को स्पष्ट आदेश दिया कि पत्रकारों पर झूठे शिकायत पर झूठे मुकदमे दर्ज हुए तो वहां संबंधित राज्य के डीजीपी जिम्मेदार होंगे ऐसे मामले आने पर न्यायालय की अवमानना माना जाएगा पत्रकार एकता महासंघ ने छत्तीसगढ़ के डीजीपी से मांग किया है कि इस मामले में सभी जिले के एसपी को एडवाइजरी जारी करने की कृपा करें
पत्रकारों पर झूठे मुकदमे पर राज्यों के डीजीपी होंगे जिम्मेदार सुप्रीम कोर्ट का आदेश पत्रकार एकता महासंघ ने स्वागत किया है।
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