राजनांदगांव पत्रकार एकता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने कोरिया पुलिस पर पत्रकार पर झूठे प्रकरण दर्ज करने के बाद उसके सहकर्मी से मारपीट गुंडागर्दी एवं छेड़खानी में फंसा जाने का दबाव जैसा कृत्य घोर अमानवीय एवं सुप्रीम कोर्ट का दिशानिर्देश का खुलेआम उल्लंघन है पत्रकार एकता महासंघ इसकी कड़ी निंदा करती है
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों व्हाट्सएप चैट में पुलिस की कारगुजारी को अपने दैनिक समाचार पत्र में पत्रकार रवि रंजन सिंह ने प्रकाशित किया जिस से बौखला कर कोरिया पुलिस ने अनुसूचित जाति अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया इतने पर जब मन नहीं भरा तो पत्रकार के साथ काम करने वाली सहकर्मी ललिता पटेल निवासी चंद्रपुर जिला सूरजपुर के घर 9 फरवरी रात्रि 3:00 बजे घर का दरवाजा तोड़कर मारपीट एवं उसके बच्चे को बंधक बनाकर कमरे में प्रताड़ना दिया गया एवं सादे कागज पर हस्ताक्षर कर आ गया एवं रवि सिंह पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाने का दबाव बनाया गया ऐसा नहीं करने पर गांजा तस्करी में गिरफ्तार करने की धमकी दिया गया इस पूरे मामले की शिकायत उक्त महिला ने सिटी कोतवाली में किया है पत्रकार एकता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग किया है इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई है गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश है कि पत्रकारों पर झूठे प्रकरण दर्ज होने पर कड़ी कार्रवाई किया जाना चाहिए इस पूरे मामले पर मानव अधिकार आयोग को भी संज्ञान में लेना चाहिए