रायपुर। विगत दिनों कसडोल विधायक शंकुतला साहू और प्रशिक्षु आईपीएस अंकिता शर्मा के बीच हुए विवाद थमने की बजाए सियासी परवान चढऩे लगा है। सोशल मीडिया में इसे लगातार वायरल किया जा रहा है। हालांकि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस विषय पर कोई संज्ञान नहीं लिया है, वहीं स्थानीय नेताओं का कहना है कि एक सीमेंट कंपनी में हादसे के बाद मजदूर की हुई मौत पर विधायक चर्चा करने पहुंची थी कि आवेश में विधायक व प्रशिक्षु आईपीएस की बीच झड़प हो गई। जनप्रतिनिधि होने के नाते वे अपना पक्ष रख रही थीं। वहीं प्रशिक्षु आईपीएस के संदर्भ में मौजूदा पुलिस व प्रशासनिक कर्मियों का कहना है कि औकात बताने की बात जब विधायक की ओर से कही गई तब माहौल खराब हुआ। कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपनी जिम्मेदारी बताते हुए महिला अधिकारी भी अड़ी हुई थीं। इधर भाजपा ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे राजनीतिक दादागिरी बताया है। अधिकारियों को ड्यूटी करने से रोका जा रहा है। प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है। बहरहाल दोनों पक्ष अपने को पाक साफ बता रहे हैं,लेकिन राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप इस मुद्दे को और गरमा रहा है। यहां तक कि इस विषय को ढाल बनाकर कई पुराने मुद्दे उछाले जा रहे हैं।