SBI आपसे वसूलेगा सर्विस चार्ज एवं अन्य चार्जेज़ जाने सभी जुड़ी बातें

by Umesh Paswan

अगर आपका SBI में अकाउंट है तो बैंक में रुपया जमा करना, रुपया निकालना, चेक का इस्तेमाल, एटीएम ट्रांजेक्शन से जुड़े सर्विस चार्ज शामिल हैं

नई दिल्ली. आज के दौर में हर आदमी के कई बैंक खाते होते हैं और अक्सर इस्तेमाल नहीं होने वाले बैंक खाते की सर्विस के चार्जेस भी आप देते रहते हैं. इसीलिए हम आपको देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI-State Bank of India) की सर्विस से जुड़े चार्जेस की जानकारी दे रहे हैं. आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस (Post Office) की सेविंग्स स्कीम और खाते के चार्जेस में बदलाव किया है. अब आपको डुप्लीकेट पास बुक जारी कराने के लिए 50 रुपये की फीस है. अकाउंट स्टेटमेंट और डिपॉजिट रसीद को जारी करने के लिए 20 रुपये हर मामले के लिए जाते हैं

सर्टिफिकेट के खो जाने या खराब हो जाने पर पास बुक जारी करने के लिए 10 रुपये प्रति रजिस्ट्रेशन की फीस है. नॉमिनेशन को कैंसिल करना या बदलने के लिए 50 रुपये देने होंगे. अकाउंट को ट्रांसफर करने के लिए 100 रुपये का चार्ज वसूला जाएगा.

सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI-State Bank of India) की सर्विस से जुड़े चार्जेस की जानकारी दे रहे हैं

(1) न्यूनतम बैलेंस: SBI ने अपनी शाखा को तीन कैटेगरी में बांटा है. इनमें मेट्रो-अर्बन, सेमी अर्बन और ग्रामीण इलाके शामिल हैं. एसबीआई ने शहरों में मौजूद शाखा के ग्राहकों के लिए औसत मासिक बैलेंस (एएमबी) 3,000 रुपये है. अगर कोई ग्राहक अपने खाते में 3,000 रुपये का बैलेंस मेंटेन नहीं करता और अगर यह 50% से कम (1,500 रुपये) हो जाता है तो उसे शुल्क के रूप में 10 रुपये और जीएसटी देना पड़ेगा

>> अगर आपके खाते में बैलेंस 75% से कम हो जाता है तो आपको शुल्क के रूप में 15 रुपये और जीएसटी देना पडे़गा

> इसी तरह सेमी अर्बन शाखा में एसबीआई के खाताधारक को न्यूनतम 2,000 रुपये रखना जरूरी है,

> जबकि ग्रामीण इलाके की शाखा के ग्राहकों के खातों में 1,000 रुपये एएमबी के रूप में रहना जरूरी है.

2. चेक बाउंस होने पर लगेंगे 168 रुपये: एसबीआई बैंक चेक बाउंस होने वाले मामलों में 168 रुपये का चार्ज लगाता है. इसके सात ही बैंक ने चेक बुक में पन्ने घटा दिए हैं. अब बचत खाते पर एक वित्त वर्ष में 25 की जगह केवल 10 चेक ही मुफ्त देगा. इसके बाद 10 चेक लेने पर 40 रुपये देने होंगे.

3. कैश डिपोजिट ट्रांजेक्शन: एसबीआई 3 मुफ्त कैश डिपोजिट ट्रांजेक्शन महीने में देता है इसके बाद  आपसे 50 रुपये और जीएसटी चार्ज लिया जाएगा.

4. एटीएम से निकासी: एसबीआई एटीएम से मुफ्त निकासी की बात करें तो बैंक शहर के ग्राहक जहां 12 बार पैसे निकालने की सीमा दी गई है. एसबीआई खाते में निर्धारित मासिक औसत बैलेंस (एमएबी) नहीं बनाए रखने पर जुर्माने की रकम में भी 80 फीसदी तक की कटौती की जाएगी.

5. डोरस्टेप बैंकिंग: SBI अपने ग्राहकों के लिए डोरस्टेप बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराता है. इसके लिए ग्राहकों से एक तय रकम वसूला जाता है. गैर-वित्तीय डोरस्टेप सेवा के लिए एसबीआई ग्राहकों से 60 रुपये प्लस जीएसटी चार्ज करता है. वहीं, वित्तीय डोरस्टेप बैंकिंग सेवा के लिए यह बैंक अपने ग्राहकों से 100 रुपये प्लस जीएसटी चार्ज करता है.

6. लोन: भारतीय स्टेट बैंक ने अपने लघु एवं मध्यम उद्योग ऋण, होम लोन, कार लोन और अन्य खुदरा ऋणों पर कल से 1 अक्टूबर से ब्याज दर रेपो दर के आधार पर वसूलेगा. बैंक ने सोमवार को घोषणा की कि वह अपने सभी तरह के परिवर्तनीय ब्याज दर वाले ऋणों के लिए बाहरी मानक रेपो दर को मानेगा. यानी अगले 5 दिन में एसबीआई बैंक के लोन से जुड़े नियम बदल जाएंगे.

7. IMPS फंड ट्रांसफर: SBI कस्टमर्स के लिए IMPS के जरिए फंड ट्रांसफर करना नि:शुल्क नहीं होता है. 2 लाख रुपये से अधिक फंड IMPS के जरिए ट्रांसफर करने के लिए आपको चार्ज देना पड़ सकता है. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि किसी अनिवार्य स्थिति में ही आप IMPS के जरिए फंड ट्रांसफर करें

8. ट्रांजैक्शन अलर्ट: बैंक द्वारा हर किसी के खाते से ट्रांजैक्शन की जानकारियां देने के मतलब होता है कि ग्राहक को पता चल सके कि उनके खाते से क्या लेनदेन चल रहा है. लेकिन, इसके लिए SBI ग्राहकों से हर तिमाही के लिए 12 प्लस जीएसटी चार्ज करता है. एसबीआई EMI व बिल पेमेंट आदि का अलर्ट भेजता 

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