नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री के निर्देश पर चुंगी क्षतिपूर्ति मद में उपलब्ध राशि से प्रदेश के सभी महापौरों, अध्यक्षों और पार्षदों को उनके निधि के 67 करोड़ 40 लाख रुपए दिए गए हैैं।
इनमें नगरीय निकायों को महापौर निधि की शत-प्रतिशत राशि और अध्यक्ष एवं पार्षद निधि की 50 प्रतिशत राशि शामिल है। प्रदेश के 13 नगर निगमों के महापौर एवं पार्षद निधि में 26 करोड़ 59 लाख, 43 पालिका परिषदों के अध्यक्ष एवं पार्षद निधि में 18 करोड़ 36 लाख और 111 नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं पार्षद निधि में 22 करोड़ 45 लाख रुपए जमा करा दी गई है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों, स्वच्छता दीदियों, स्वच्छता कमांडों तथा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निरंतर बिजली, पानी त्वरित व्यवस्था सहित साफ-सफाई अभियान में लगे हुए हैं। इनमें नगर निगम रायपुर में 2 करोड़ 90 लाख, बीरगांव में एक करोड़ 55 लाख, धमतरी में एक करोड़ 55 लाख रूपए, दुर्ग में एक करोड़ 95 लाख रूपए, भिलाई में दो करोड़ 90 लाख, भिलाई-चरौदा में एक करोड़ 55 लाख रूपए, राजनांदगांव में एक करोड़ 77 लाख रुपए दिए गए हैं। इसी प्रकार नगर निगम जगदलपुर (बस्तर) में एक करोड़ 71 लाख, बिलासपुर में दो करोड़ 90 लाख रूपए, कोरबा में दो करोड़ 84 लाख, रायगढ़ में एक करोड़ 71 लाख, अंबिकापुर (सरगुजा) में एक करोड़ 71 लाख रुपए और चिरमिरी में महापौर एवं पार्षद निधि में एक करोड़ 55 लाख रुपए दिए गए हैं।