सरकार को चाहिए प्रदेश के सभी सीमेंट कंपनियां की लागत मूल्य की घोषणा करें क्योंकि चूना पत्थर, फ्लाइ एस,स्लग इस प्रदेश में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है इसके बावजूद इन कंपनियों द्वारा इस प्रदेश को जनता को लूटा जा रहा है इस पर कंट्रोल लगनी चाहिए
लॉक डाउन के दौरान सीमेंट कंपनियों ने प्रति बोरी सीमेंट में 20 ₹25 तक का इजाफा कर दिया है डिमांड और सप्लाई दोनों कम होने के बाद भी ऐसी स्थिति में कीमतों में बढ़ोतरी ना तो डिस्ट्रीब्यूटर के गले उतर रहा है और ना ही ग्राहकों के सीमेंट डिस्ट्रीब्यूटर और डीलर का कहना है कि कंपनियों ने बिलिंग के ऊपर दिए जाने वाले डिस्काउंट में 20 से ₹25 की कटौती कर दी है इसीलिए ग्राहकों को सीमेंट में महंगाई का सामना करना पड़ रहा है लॉक डाउन के पहले सीमेंट की टीम पर 15 मार्च तक लगभग 240 से ₹250 तक कहां थी जो कि वर्तमान में ₹265 से ₹270 में बिक रहे देश भर में सबसे ज्यादा सीमेंट का उत्पादन छत्तीसगढ़ में होता है कंपनियों ने इस महामारी में भी किंतु में भारी इजाफा किया है डिस्ट्रीब्यूटर का कहना है कि मार्च क्लोजिंग के समय कमाने टारगेट लुभावने ऑफर डिस्काउंट के जरिए आकर्षित किया और छूट भी दी लेकिन 1 अप्रैल से सारे ऑफर बंद कर दिए
ऑफ करो के अंतर्गत क्वालिटी डिस्काउंट पेमेंट डिस्काउंट टारगेट एनुअल बिक्री और टूरा दी रहता था सीमेंट कंपनियां कि हर साल अप्रैल में जून महीने में मकान निर्माण के कार्यों में तेजी आती है इसका फायदा कंपनियां उठाती है लेकिन जब देशभर में महामारी और लव डांग की स्थिति है उसके बाद भी कंपनियों की मुनाफाखोरी से बाजार भी हसरत कंपनी के सामने पुराने स्टाफ को क्लियर करने की चुनौती है फैक्ट्री में उत्पादन ठप है इसीलिए होने वाले नुकसान की भरपाई अब ग्राहक के सिर पर लादा जा रहा है
हर साल सीमेंट कंपनियां का यह रवैया रहता है
30 मार्च 2019 तक सीमेंट कंपनियों ने प्रति बोरी में ₹30 तक इजाफा किया था इसकी वजह कंपनियां उत्पादन लागत बताया रो मटेरियल जिप्सम पत्थर लाइए यहां आसानी से उपलब्ध कीमतों को लेकर विवाद बढ़ने के बाद राज्य सरकार ने बीते वर्ष सीमेंट कंपनियों से कीमतों में वृद्धि का कारण पूछा जिसके बाद कंपनियों ने कीमतें ₹255 से घटाकर 230 से ₹240 कर दिया था राजधानी के बिल्डिंग मैटेरियल सप्लाई के होलसेल डीलर ने बताया कि सीमेंट कंपनियां और उत्पादन लागत का बहाना बनाने का खेल बरसों से चल रहा है अप्रैल 2020 2019 से ज्यादा मकान में कटौती करने के बाद इसका खामियाजा ग्राहकों को उठाना पड़ रहा है
TMT उठा नहीं होने के कारण थोड़ी राहत

स्टील सेक्टर में सरिया की कीमतें लव टाउन के बाद ₹2000 प्रति टन नाचती हो चुकी है लॉक धाम के पहले प्रदेश में सरिया की कीमतें 38000 प्रति टन थी जो कि घटकर अभी 36000 के करीब पहुंच चुकी है स्टील सेक्टर के उद्योगपतियों का कहना है कि अभी ना तो उत्पादन जारी है और ना ही बेहतर डिमांड है इस कारण स्टील सेक्टर के बाजारों में कीमतों में गिरावट जारी कीमतों में उतार-चढ़ाव का वास्तविक आकलन बाजार खुलने के बाद पता चलेगा बाजार के सूत्रों का कहना है कि फैक्ट्रियों के उत्पादन शुरू होने के बाद यदि दिमाग कमजोर रहे तब कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है वर्तमान में बाजार स्थित होने के बाद भी निचले स्तर की ओर है उरला इंडस्ट्रीज रोशन के अध्यक्ष अश्वनी गर्ग ने बताया कि सरिया की कीमतों में हल्की गिरावट है आने वाले दिनों में कीमतों का आकलन करना अभी मुश्किल है