दुर्ग जिला पूर्व महामंत्री एवं वर्तमान भाजपा विस्तारक अजय तिवारी का कहना है कि मुख्यमंत्री निवास हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था रहने के बावजूद भी इस प्रदेश का बेरोजगार आत्मदाह कर रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पर देश की सुरक्षा व्यवस्था एवं इस सरकार ने बेरोजगारों के लिए क्या कर रही है इनके कथनी और करनी में कितना अंतर है यह कोड सरकार के आंकड़े बता रही हैं बेरोजगारी कम हो रही है दूसरी ओर इस प्रदेश के बेरोजगार मुख्यमंत्री निवास में आकर आत्मदाह कर रहा है इस घटना से सरकार की पोल खुल गई

छत्तीसगढ़ सरकार की अकड़ा क्या बोलता है जाने
छत्तीसगढ़ में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 21 लाख 98 हजार 140 तक पहुंच गई है। यदि जिलों की बात करें, तो शिक्षित बेरोजगारों के मामले में दुर्ग जिला नम्बर वन पर है। यहां 2 लाख 42 हजार 259 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन रोजगार कार्यालय में है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जनसंख्या के हिसाब से सबसे अधिक आबादी वाला रायपुर जिला शिक्षित बेरोजगारों की सूची में आठवें स्थान पर है। रायपुर जिले की कुल आबादी 21 लाख 60 हजार 876 है। जबकि यह 88 हजार 952 शिक्षित बेरोजगारों का पंजीयन है।

सरकारी आंकड़ों पर गौर करें, तो दुर्ग के बाद रायगढ़ ऐसे जिला है, जहां शिक्षित बेरोजगारों की संख्या प्रदेश के अन्य जिलों से सबसे अधिक है। जबकि रायगढ़ की कुल आबादी लगभग 15 लाख है। बेरोजगारी के मामले में 8 लाख 26 हजार 165 की आबादी वाले बालोद जिले की हालत चिंताजनक है। यहां 1 लाख 60 हजार से अधिक शिक्षित बेरोजगार नौकरी की तलाश में अपना पंजीयन रोजगार कार्यालय में करवाकर रखा है।
माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में भी बड़ा असर
बस्तर संभाग में बेरोजगारी का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। आबादी के हिसाब से नारायणपुर सबसे छोटा जिला है। यहां की कुल आबादी 1 लाख 39 हजार के आसपास है। फिर भी यहां 18 हजार 780 बेरोजगार है। ठीक इसके विपरीत बीजापुर जिले में प्रदेश के सबसे कम बेरोजगारों का पंजीयन है। यहां कुल 9 हजार 547 युवाओं ने ही रोजगार कार्यालय में अपना पंजीयन कराया है।
अन्य पिछड़ा वर्ग को मिला सबसे ज्यादा रोजगार
सरकारी आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में 6 हजार 332 युवा बेरोजगारों को जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्रों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसमें सबसे अधिक अन्य पिछड़ा वर्ग के 2019 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार अनुसचित जाति के 1026, अनुसूचित जनजाति के 1622 और सामान्य वर्ग के 1665 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में एक लाख 17 हजार 140 युवाओं की कमी आई है। सरकार आंकड़ों की माने तो 1 जनवरी 2019 की स्थिति में प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 23 लाख 28 हजार 854 थी। जबकि 1 जनवरी 2020 की स्थिति में यह संख्या 22 लाख 11 हजार 714 हो गई है।
ज्यादा बेरोजगारी वाले टॉप 10 जिले
242259 दुर्ग
191826 रायगढ़
160815 बालोद
153350 राजनांदगांव
132136 बिलासपुर
130266 जांजगीर-चांपा
90179 मुंगेली
88952 रायपुर
87254 अंबिकापुर
83132 कोरबा
(नोट-यह आंकड़े 31 जनवरी 2020 की स्थिति में