जंगल झाड़ियो मे लाखो कि 52 पती का खेल चल रहा है।

by Umesh Paswan

सूरजपुर : क्षेत्र में बावन परियों से इश्क लड़ाने का धंधा जोर-शोर से फलने फूलने लगा है।सूरजपुर व रामानुजनगर थाना क्षेत्र के जंगलों में रोजाना लाखों रुपयों का दांव लगाया जा रहा है जहां जिले से बाहर के लोग भी पहुंच रहे हैं ऐसे धंधे को बढ़ावा देने वाले लोगों को खाकी का खौफ भी नहीं रहता, इसके पीछे वजह चाहे जो भी हो।
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर के मानी व केतका जंगल में रोजाना लाखों रुपए के दांव लग रहे हैं।क्षेत्र के एक चर्चित जुआरी सहित कुछ स्थानीय लोग इस धंधे को बढ़ावा दे रहे है।इसी तरह रामानुजनगर क्षेत्र के पस्ता,कोट,सालही,जगन्नाथपुर रामानुजनगर में कई जुआ के अड्डे हैं जो फल फूल रहे हैं। सूत्रों की माने तो इस धंधे में दो टीमें सक्रिय हैं ,जो रुपयों का दांव लगवाकर खुद भी मालामाल हो रहे हैं।काफी दिनों से यह धंधा बंद था मगर कोरोनाकाल का फायदा उठाते हुए फिर से यह धंधा फलने फूलने लगा है।

बताया जाता है की जुआरी काफी संख्या में जिले के बाहर से भी आते हैं और ऐसे लोगों का यह पेशा बन गया है।क्षेत्र में जुआ के धंधे फलने फूलने की चर्चाएं भी आम होने लगी है।बताते हैं कि पहले जब ऐसे धंधे पर चाबुक कसी जाती थी तो स्वमेव बंद हो जाता था,मगर अब जिस तरह से यह कारोबार फिर से फलने फूलने लगा है उससे जुआरियों में खाकी का खौफ भी नहीं दिखता।अब ऐसा क्यों यह तो खाकी वाले ही बता सकते हैं कि अचानक उनमें ऐसा क्या बदलाव आया की जुआरी भी उनसे खौफ नहीं खाते! इधर ऐसे कारोबार के फलने फूलने से क्षेत्र में अपराध बढ़ने की संभावना बढ गई है और ग्रामीण भी भयभीत रहते हैं क्षेत्र में अमन चैन कायम रहे इसलिए ऐसे कारोबार पर तत्काल अंकुश लगाने की दिशा में उच्चाधिकारियों का हस्तक्षेप जरूरी है।

Related Posts

Leave a Comment