भाजपा का 3 लोक सभा सीट से 303 लोकसभा सीटों का सफर भाजपा का इतिहास और विकास- अजय तिवारी।

by Umesh Paswan

अखिल भारतीय मंडल स्तरीय प्रशिक्षण वर्ग चंडी शीतला मंडल जिला दुर्ग एवं कसारिडीह बोरसी मंडल में आज दिनांक १९दिसम्बर को आयोजित किया गया इसमें मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय जनता पार्टी का इतिहास और विकास विषय पर श्री अजय तिवारी पूर्व महामंत्री दुर्ग जिला भाजपा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि 3 लोकसभा की सीटों से 303 लोकसभा की सीटों का सफर भारतीय जनता पार्टी ने तीन भागों में पूरा किया प्रथम भाग को हम जनसंघ का कालखंड कह सकते हैं दूसरा भाग 1977 से 2004 का कालखंड है जिसमें भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के रूप में अपने सफर को तय करती है और तीसरा कालखंड 2014 से अभी तक का है जिसमें श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एककल बहुमत पार्टी का स्वरूप के साथ भाजपा आत्मनिर्भर भारत निर्माण की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है
अजय तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रथम चरण जनसंघ के गठन 21 अक्टूबर 1951 से संघर्ष की यात्रा के उतार-चढ़ाव को स्पष्ट करते हुए बताया इस कालखंड में भारतीय जनता पार्टी ने अपने दो महान नेताओं को खोया है जिसमें जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और एकात्म मानव दर्शन के विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिन्होंने अपनी अल्पायु में मात्र 52 वर्ष की उम्र में देश को एक नई दिशा प्रदान कर अपनी शहादत लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए दे दी


दूसरे कालखंड में आपातकाल के बाद 1977 में जनसंघ का विलय जनता पार्टी में किया गया और जनसंघ के 3 नेता अटल बिहारी बाजपेई मुरली मनोहर जोशी लालकृष्ण आडवाणी जनता पार्टी की सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाए गए किंतु दोहरी सदस्यता के नाम पर आपसी मतभेद उभरा और जनसंघ के नेताओं ने जनता पार्टी से किनारा कर लिया 1980 के उपचुनाव में इंदिरा गांधी पुनः प्रधानमंत्री बनी लेकिन इसी दौरान जनसंघ के नेताओं ने 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी का निर्माण किया जिसका चुनाव चिन्ह कमल छाप रखा गया प्रथम अध्यक्ष के रूप में अटल बिहारी वाजपेई जी को चुना गया अपने प्रथम उद्बोधन में अटल जी ने कहा की अंधेरा छटेगा सूरज निकलेगा कमल खिलेगा
1984 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मात्र 2 लोकसभा की सीट ही प्राप्त हो पाई थी लेकिन पार्टी हताश और निराश नहीं हुई और संघर्ष को जारी रखा 1996 में भारतीय जनता पार्टी सबसे अधिक सीटें लेकर बड़ी पार्टी के रूप में उभरी पार्टी के नेता अटल बिहारी वाजपेई ने प्रधानमंत्री की शपथ ली वे ऐसे प्रधानमंत्री थे जो गैर कांग्रेसी थे किंतु यह सरकार मात्र 13 दिन ही चल पाई क्योंकि बहुमत नहीं था 1998 के चुनाव में पुन:भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और 13 माह सरकार चलाने के बाद एक वोट से गिर गई 1999 में चुनाव चुनाव हुए जिसमें अटल बिहारी वाजपेई जी ने एनडीए के नेता के रूप में प्रधानमंत्री की शपथ ली और यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा की किंतु 2004 के लोकसभा चुनाव में एनडीए पराजित हुआ कांग्रेस पुनः सत्ता में वापस आई 10 वर्ष तक कांग्रेस शासन के पश्चात 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार में वापसी की यहां से भारतीय जनता पार्टी का तीसरा कालखंड प्रारंभ होता है जिसमें की 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीट प्राप्त कर जनता का भारी समर्थन प्राप्त किया और भारतीय जनता पार्टी के तीन प्रमुख मुद्दों राम मंदिर का निर्माण कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति और समानता के कानून को लागू करने की दिशा में कार्य प्रारंभ किया आज तक कश्मीर से धारा 370 35a समाप्त हो चुका है कश्मीर का पूरी तौर से भारत गणराज्य में विलय होकर केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया जा चुका है इसी के साथ उच्चतम न्यायालय राम मंदिर के पक्ष में फैसला देखकर निर्माण के कार्य का रास्ता प्रशस्त किया माननीय प्रधानमंत्री जी ने मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर दिया है और निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है जय हिंद

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