वर्षप्रतिपदा,जिस दिन धरती का उद्भव हुआ उस दिन से भूमि सुपोषण अभियान होगा प्रारंभ
रायपुर। स्वदेशी जागरण मंच चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से एक नए भूमि सुपोषण अभियान की शुरुआत करेगा। खेती की भूमि में रासायनिक प्रयोग से उगने वाली फसलों पर पडऩे वाले प्रभाव,बंजर होती भूमि,मानव के स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव ,ग्राम विकास से आत्मनिर्भर भारत पर आधारित भूमि सुपोषण अभियान के जरिए भूमि सुधार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। देश में पर्यावरण संरक्षण, चीनी वस्तु बहिष्कारऔर रोजगार सृजक संम्मान अभियान के बाद स्वदेशी जागरण मंच एवं अन्य 30 संगठन अब भूमि प्रदूषण (Land pollution) रोकने की दिशा में काम करेंगे। स्वदेशी जागरण मंच ने छत्तीसगढ़ प्रान्त में इस अभियान को सुचारू रूप देने, अभी तक 16 जिलों में टोली गठन के कार्य को मूर्त रूप दे दिया है अन्य जिलों से संपर्क चल रहा है, इस अभियान को वर्ष प्रतिपदा पर भूमि सुपोषण महाअभियान (Soil nutrition campaign) शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर भूमि पूजन दिवस मनाने की तैयारी की जा रही है,गांव गांव में किसान अपने खेतों से मिट्टी लाकर देवालय या मैदान में एकत्रित होकर कलश स्थापना कर विधिवत पूजा अर्चना कर इस अभियान का उदघाटन करेंगे। देशभर में उपखंड-गांव स्तर पर 13 अप्रैल को यह जनजागरण महाअभियान शुरू होगा।
स्वदेशी जागरण मंच चीनी वस्तुओं का बहिष्कार, रोजगार सृजन कार्यक्रम के बाद लोगों से सीधे सीधे जुड़े विषय हाथ में ले रहा है. कल दिनांक 27 मार्च को स्वदेशी भवन रायपुर में स्वदेशी जागरण मंच के प्रांतीय प्रमुख प्रतिनिधि ओ की बैठक श्याम 4 बजे आयोजित है। इस बैठक में अभियान को संघटनात्मक रूप देने तथा देश में प्रदूषित जल, रासायनिकों के उपयोग, सिंगल यूज प्लास्टिक सहित विभिन्न कारणों से भूमि जहरीली हो रही है। भारत की कुल कृषि भूमि में से 29.32% कृषि भूमि बंजर होने की कगार पर है। जमीन कुपोषित होकर खराब हो रही है, जिससे उत्पन्न होने वाले अन्न की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है. यह सीधे-सीधे लोगों को प्रभावित कर रहा है. ऐसे सभी विषयों पर चर्चा होगी।
धार्मिक सामाजिक संस्थाओं का सहयोग से भूमि सुपोषण अभियान में गायत्री परिवार, ईशा फाउंडेशन, रामकृष्ण मिशन, पतंजली योग पीठ जैसी धार्मिक सामाजिक संस्थाएं इस अभियान में सहयोग करेगी।