अहिवारा।शीघ्र वेज रिवीजन सहित अन्य मांगों को लेकर संयुक्त खदान संघ (एटक) एवं बी एम एस संघ, दोनों यूनियन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता साथ में ठेकेदार के कर्मचारी सुबह से प्लांट के मुख्य गेट के पहले दुर्गा मंदिर के पास हड़ताल में डटे हुए हैं। जहां पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था रही। खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष उमेश मिश्रा ने बताया कि वेज रिवीजन लागू हुआ तो कम से कम एक कर्मचारी को 10 से 12 हजार मासिक का फायदा होगा । अधिकतम 20 से 22 हजार रुपए कर्मियों की सैलरी बढ़ जाएगी । इस बार मामला कर्मियों की सैलरी से जुड़ा होने के वजह से कर्मचारी स्वस्फूर्त आंदोलन में भाग ले रहे हैं। सेल बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ लगातार कर्मियों में आक्रोश बढ़ रहा है।सेल कर्मचारी द्वारा कंपनी के घाटे में रहने के दौरान विभिन्न सुविधा भत्ते में कटौती के बावजूद एवं इसी तहत कोविड-19 जैसे महामारी के चरम स्तर पर रहने के दौरान भी सभी जोखिमों का सामना करते हुए संयंत्र की उत्पादन निरंतर को बनाए रखा। जिससे पिछले 3 वर्षों में कंपनी अच्छी लाभ की स्थिति में है ।

किंतु विगत 53 माह से अधिक लंबित वेतन समझौता पर प्रबंधन की ओर से प्रस्तुत की गई। प्रस्तावों से कर्मचारियों को लाभ के स्थान पर उल्टा नुकसान होना तय है। इसके बावजूद पिछले 5 एन जी सी एम बैठकों में प्रबंधक कोई सकारात्मक रुख नहीं अपना कर अपने द्वारा रखी गई नकारात्मक प्रस्ताव पर भी अडिंग है। इसी तरह कोविड-19 से 250 से अधिक कर्मियों की मृत्यु होने पर क्षतिपूर्ति श्रमिक को अनुकंपा नियुक्ति का कोई प्रावधान भी नहीं दिया गया है ।
इस प्रकार प्रबंधक के लगतार और नकारात्मक रूप से भिलाई इस्पात संयंत्र के खदान कर्मचारी को आहत एवम् आक्रोशित है । एस .के .एम .एस यूनियन यहां मांग करती है कि 15% एमजी विवाह 35% पर्क तथा 1 /01 /2017 से एरियर्स के साथ शीघ्र से शीघ्र वेतन समझौता किया जाए। ग्रेच्युटी तथा किसी भी तरह की कोई भी वर्तमान सुविधा में कटौती ना हो ।इन .जे. सी.एस में ही ठेका श्रमिकों के वेतन सुविधा भक्तों पर कोल माइंस के तर्ज पर वेतन समझौता किया जाए एवं ठेका श्रमिकों को मेडिकल सुविधा दिया जाए । नंदनी खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों को दुरस्त एवं कठिन अस्त्र विषय भत्ता (DASA) दिया जाए ।पेंशन हेतु वर्ष 2014 के एन.जे.सी.एस के प्रबंधक के अंशदान 6% के स्थान पर वर्ष 2015-16 -17- 18 में प्रबंधन द्वारा एक तरफ कटौती का निर्णय लेकर दिए गए 2% अंशदान को वापस लेकर एन जी सी एस समझौते के अनुसार प्रबंधन अपना 6% अंशदान जमा करें ।
कोविड 19 संक्रमण से मृत कर्मचारियों के परिवार के एक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति एवं क्षतिपूर्ति राशि दिया जाए ।समस्त नियमित व ठेका कर्मचारियों व पच्चास लाख रुपए का बीमा किया जाए जिससे कोविड-19 जोखिम शामिल हो ।
सचिव भागवत पटेल,
बी .एम .एस के अध्यक्ष उमेश मिश्रा,
एस के एम एस के उपाध्यक्ष एम.सी कटारे,
कार्यकारी अध्यक्ष रोहित वर्मा, कोषअध्यक्ष एम शाहा ,एम .के जनबंधू ,बालाजी सोनी सी .एस .चंद्रशेखर , विनीत यादव ,शिशिर सेंखी
राजकुमार सिंह ,आर के सिंह ,सोहन चंद्राकर, पुरोषोतम,संजय स्वामी ,राम बाबू पांडे ,अरविंद सिंह ,नागेश्वर सरिया ,गुनी राम साहू , मोनेश साहू धुरवा ठाकुर,दिलेश्वर बी काम,बालेश्वर ललिता ,मनोज,परमेश्वरजानकी नारायणसोनू यादव भोला राम सोनी,सुखदेव यादव गोपाल कुर्रे,बी महेश, संजय सिंग, एस एन शुक्ला,बसंत वर्मा हालदार चंद्राकर ,राम सूजन कोरी,आसाराम यादव,गयानंद गोतम,गेंद्रम राम साहू,जितेन्द्र,धर्मेंद्र,राजू लाल साहू ,शम्भू मनोज सुरेश एवम् नगर के युवा संगठन से अंशु यादव ,शत्रुहन गिरि विशेष साव, राहुल शुक्ला ,रोहित शुक्ला ,करन राजपूत ,आयुष गुप्ता भी शामिल रहे ।दिवंगत करोना साथियों को मौन धारण करके श्रद्धांजलि अर्पित भी दी गई