भिलाई,30 अगस्त। उडिया समाज के महिलाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य महिला जागरण सम्मेलन का आयोजन 29 अगस्त को उत्कल भवन वार्ड क्रमांक 38 खुर्सीपार भिलाई में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज के सलाहकार एवं मोटीवेटर संतोष रावत उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय उड़िया समाज के प्रदेशाध्यक्ष केदारनाथ महानंद ने की।
उडिया महिला जागरण सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्र से आए हुए लोगों ने अनेक माध्यमों से उड़िया भाइयों माताओं एवं बहनों को बच्चों को जागरूक बनाने के लिए अपना-अपना विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान जगन्नाथ स्वामी व मां बस्त्रेन के पूजा-अर्चना से किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संतोष रावत ने कहां की उड़िया समाज में शिक्षा की ओर रुझान पैदा करना पहली प्राथमिकता है। रावत ने कहा कि शिक्षा ही जागरूकता की पहली सीढ़ी है, उन्होंने उड़िया समाज के पढ़े-लिखे युवक-युवतियों व महिला से आह्वान किया कि वे अपने-अपने घरों में प्रतिदिन 5 महिलाओं व बच्चों को शिक्षा देने का बीड़ा उठाएं जो स्वरोजगार-स्वावलंबन की दिशा में कारगर साबित हो।
अ भा उडिया समाज के प्रदेशाध्यक्ष केदारनाथ महानंद ने कहा कि समाज का प्रयास है कि उड़िया समाज के महिलाएं अपने दायित्व का निर्वहन हेतु अपना कर्तव्य को समझें इसके लिए समाज के हर प्रकार का कदम उठाने के लिए कृत संकल्प हैं। महानंद ने कहा कि शिक्षा स्वास्थ्य की दिशा में महिलाओं को गंभीरता से विचार करना होगा।
महिला कांग्रेस नेत्री श्रीमती जयंती महानंद ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य शासन आज महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए नित -नए नियम कानून लागू कर रहा है जिसका लाभ समाज के लोगों को लेना चाहिए। रिसाली मण्डल से श्रीमती आशा निहाल मितानिन ने महिलाओं के स्वालंबन के दिशा में अनेक बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं को आगे आने की प्रेरणा दी।

भाजपा महिला मोर्चा खुर्सीपार मंडल अध्यक्षा सुश्री केसरी साहू ने कहा कि महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं हैं उसका लाभ लेने के लिए समाज के महिलाओं को संगठित होकर आगे आना चाहिए।अखिल भारतीय उड़िया समाज के सक्रिय महिला कार्यकर्ता श्रीमती निशा हरपाल ने कहा कि महिलाओं के उत्थान एवं जागरूकता में वो हरसंभव आगे बढ़ कर समाज को प्राथमिकता से सहयोग करने की बात कही।श्रीमती पदमा तांडी मितानिन एवं समाज की सक्रिय कार्यकर्ता ने कहा कि आज समाज के लोगों को एकत्रित देखकर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक समाज की नारी अपने घर से बाहर नहीं निकलेगी समाज का उत्थान संभव नहीं है इसलिए समाज के माताओं बहनों से विनती है कि बे समाज के कार्य में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।समाज के वरिष्ठ महिला कार्यकर्ता श्रीमती लिली दीप ने कहा कि समाज के उल्लेखनीय कार्य में हमेशा साथ देने की बात कही।स्टोर पारा पुरैना भिलाई 3 निवासी सुश्री रूपा सोना ने कहा कि महिलाओं के जागरूकता के लिए वे हर संभव आगे आकर कार्य करने की बात कही।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती साधना बेहरा ने महिलाओं की एकजुटता के लिए हमेशा आगे रहने की बात कही।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए खुर्सीपार मंडल अध्यक्ष अर्जुन विभार ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों में शिक्षा स्वास्थ्य एवं स्वरोजगार से संबंधित बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए उन्होंने कहा कि आज अन्य समाज में जिस तरह से महिलाएं आगे आकर समाज के काम में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है उड़िया समाज के महिलाओं को भी आगे आना चाहिए क्योंकि उनके बिना यह कार्य संभव नही है। विभार ने कहा कि शिक्षित व संगठित समाज ही अपना विकास कर सकता है।समाज के पूर्व अध्यक्ष हेतु रामदीप ने समाज में उड़िया भाषा का प्रचार प्रसार करने पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मण्डल महामंत्री खिरधर बाघ ने कहा कि आज महिला समाज को सशक्त व संगठित करने के लिए समाज के सभी नव युवक-युवतियों को आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन मंडल महामंत्री चेतन दीप ने की। इसके पुर्व आमंत्रित सभी महिलाओं को गिफ़्ट देकर ससम्मानित किया गया।
इस अवसर समाज कार्यकारी अध्यक्ष चिंतामणि दीप कि सुपुत्रि दिशा दीप का 12 वां वर्षगांठ मनाया गया।
कर्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमती इंदिरा विभार, सीता महानंद, कुंती बाग,रामेश्वरी सोना,श्रीमती लक्ष्मी बाग,श्रीमती रमशिला बाग, श्रीमती शांति हरपाल,श्रीमती गीता बेहरा, श्रीमती मोहन कुमार, सीमा हरपाल, बेबी दीप,जयंती कुमार,कलावती बाग,रुकमणी ध्रुव,देवंती विश्वकर्मा,सुप्रिया हरपाल,श्रीमती बबीता सोना, लीना हरपाल,अनीता हरपाल,आज्ञासेनी बाग,दयानिधि विभार,उत्तम हरिपाल धर्म हरिपाल दिलीप तांडी, चिंतामणि दीप, शंकर निहाल टेकचंद सेठिया रघुनाथ बाग कृष्ण कुमार सहित भिलाई दुर्ग कुम्हारी सुपेला रिसाली की अनेक महिलाएं और पुरुष बच्चे उपस्थित थे।