भिलाई निगम परिसर स्थित नया तहसीलदार कार्यालय का घेराव करने ग्राम कचांदुर सहित आसपास के 20 गांव की जनता पहुंची थी ! दरअसल भिलाई के नायब तहसीलदार योगेंद्र वर्मा ने विधायक देवेंद्र यादव का नाम लिखकर एक विज्ञापन जारी किया था जिसमें साफ तौर पर लिखा था कि, कचंदूर में 2.44 हेक्टेयर जमीन मुस्लिम कब्रिस्तान को देने के लिए विधायक द्वारा अनुशंसा की गई है !
इस विज्ञापन के प्रकाशन के बाद जनता का गुस्सा भड़क गया यही कारण था कि 13 सितंबर को नगर निगम के मुख्य द्वार पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया जहां मुख्य द्वार पर ताला लगाकर लोगों को अंदर जाने से रोका गया ! उसके बाद नायब तहसीलदार योगेंद्र वर्मा किसी तरह बातचीत के लिए राजी हुए और ग्राम वासियों का एक प्रतिनिधिमंडल उनके कक्ष में जाकर उनसे मिला, जहां ढेर सारी आपत्तियों को जमा करवाया गया !

उल्लेखनीय है कि, कचांदूर में जहां बेहद सीमित मात्रा में चारागाह की भूमि है। इसी भूमि के करीब 6 एकड़ भाग में मुस्लीम कब्रिस्तान बनाने के लिए आबंटित करने का प्लान जिला प्रशासन कर रही है। चारागाह की जमीन पर कब्रिस्तान बनाने की सूचना कचांदुर सहित आसपास के गांव में फैल गई है। इससे क्षेत्र के करीब 20 गांव की जनता में काफी आक्रोश बढ़ है। ग्रामीणों ने बताया कि, चारागाह की जमीन में मात्र एक प्रमुख रास्ता जो शहर की ओर आता है। इसी रास्ते पर कब्रिस्तान बना दिया जाएगा तो वे कहां से आना जाना करेंगे। आक्रोशित ग्रामीणों ने नगर निगम परिसर भिलाई स्थित नायाब तहसीलदार योगेंद्र वर्मा के कारण में पहुंचकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई !
जिसमें लोकेंद्र बंछोर, प्रेमलाल नायक, आकाश ठाकुर, बजरंग दल के कमल साव, कचंदूर की सरपंच एवं उनके पंच पति बिसंभर साहू, उपसरपंच गोकुल साहू, रविंद्र कुमार सिंह, सहित कई गांव के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित रहे।
आक्रोशित जनता में 20 गांव के 300 से अधिक लोग निगम आए थे जिन्होंने कब्रिस्तान का विरोध किया