ठेकेदार खंडेलवाल का मजदूर नेता मिश्रा पर अवैध उगाही का आरोप

by Umesh Paswan

छत्तीसगढ़ शासन-प्रशासन को पत्र लिख कर जान
पर हमले की आशंका जताई, ईसाफ की मांग की

भिलाई =भिलाई चलाई स्टील प्लांट में संलग्न ठेकेदार सुधांशु खंडेलवाल ने मजदूर नेता एचएस मिश्रा पर
अवैध उगाही कर जान से मारने की धमकी देने व कानूनी मामलों में फंसाने की धमकी देने का आरोप
लगाया है। इस संबंध में सुधांशु खंडेलवाल ने गृहमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक और दुर्ग
कलेक्टर को विस्तृत शिकायत भेज कर एचएस मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सुधांशु खंडेलवाल ने अपने पत्र में कहा है कि छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग कर्मचारी संगठन (एचएमएस)
के एचएस मिश्रा ने उनके उपर प्रतिमाह 2 लाख रुपए देने का दबाव बनाया है।

सुधांशु ने कहा कि विगत चार माह से तथाकथित मजदूर नेता एचएस मिश्रा मुझे प्लॉट जाने के वक्त
रोककर अवैध धनराशि की मांग कर रहा है। जिसमें दो लाख रूपए प्रतिमाह देने की बात कहते हुए
धमकाता रहा है कि दो लाख नहीं मिला तो तुझे बरबाद कर दूंगा और फर्जी मुकदमे में लेबर एक्ट में

इस दौरान मिश्रा ने गाली भी बका और कहा कि मुझे पहचानता नहीं है। कहा कि कोई भी टेंडर तुझे
लेने नहीं दूंगा। सुधांशु ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि एचएस मिश्रा उनके प्रतिस्पर्धी ठेकेदारों के इशारे
पर यह कृत्य कर रहा है और अनर्गल दुष्प्रचार कर रहा है। वहीं कतिपय मीडिया कर्मियों से भी दबाव
डलवा रहा है। इससे मेरी प्रतिष्ठा को इससे आघात पहुंचा है।

सुधांशु खंडेलवाल ने कहा कि एचएस मिश्रा को जब मैनें मांगे गए दो लाख रुपए नहीं दिए तो केंद्रीय
उप मुख्य श्रमायुक्त रायपुर से मुझे एक नोटिस मिला। जिसमें छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग कर्मचारी संगठन
के महामंत्री का आवेदन संलग्न है। इसमें 17 कथित मजदूरों का नाम है और इसमें ब्लास्ट फनेंस में
2017 से 2019 तक 27 माह के सफाई ठेका का जिक्र है। लेकिन जिन 17 मजदूरों का नाम दिया है।
इन लोगों की मेरे विरुद्ध न तो बीएसपी आईआर की शिकायत है ना ही जयाकथित मजदूर नेता ने उस
मजदूरों का गेटपास और हस्ताक्षर संलग्न किया है। इससे साफ जाहिर होता है फर्जी तरीके से लेबर
कमिश्नर को गुमराह करने और मुझ पर दबाव बना कर धनराशि उगाह करने का एचएस मिश्रा का
इरादा है। जबकि यह सर्वविदित है कि हम भिलाई स्टील प्लांट का ठेका पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल में
संपादित करते हैं और किसी भी मजदूर से हमारा कोई विवाद नहीं रहता है।

सुधांशु खंडेलवाल ने कहा कि एचएस मिश्रा खुद को श्रमिक नेता बताता है, लेकिन उसका अपराधिक
कृत्य करने का प्रमाण तत्कालीन मध्यप्रदेश सरकार के पास सुरक्षित है। एचएस मिश्रा को 80 के दशक
में जिला बदर किया गया था वहीं बुधराम हत्याकांड में इसकी संलिप्तता रही और 80 के ही दौर में
एचएससीएल व बीएसपी के ठेकेदारों द्वारा मारपीट व अन्य सारे कृत्य करते आया है।

सुधांशु ने कहा की मेरे उपर पुलिसिया दबाव बनाना चाहता है।

सुधांशु खंडेलवाल ने शासन-प्रशासन से पत्र में आशंका जताई है कि मेरे प्लांट आने जाने के दौरान
कभी भी मेरे उपर हमला करा सकता है। मुझ पर जो आरोप एचएस मिश्रा लगा रहा है, वह पूरी तरह
निराधार है। पुलिस इस पर निष्पक्ष जांच करवा ले। हम किसी भी हालत में इनको मंथली उगाही नहीं
दे सकते। यह भिलाई स्टील प्लांट और एचएससीएल में आदतन यही काम करते आ रहा है। उन्होंने
मांग की है कि एचएस मिश्रा की शिकायत पर दर्ज एफआईआर की पूर्णतः जांच करवा लें, इसके उपरांत
पुलिस विभाग उचित निर्णय ले और उन्हें इस अवैध उगाहीकर्ता से मुक्ति दिलाए।

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