सरकार की इस महत्वाकांक्षी सड़क का निर्माण तीन शहर से होकर और तीन चरणों में चल रहा है। इसके योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 के अक्टूबर में की थी। फिर 2017 के जुलाई में आरा में इसका शिलान्यास किया गया था। पटना से बक्सर तक इस सड़क की लंबाई 125 किलोमीटर है। पहले चरण में सड़क पटना से कोईलवर तक 33 किलोमीटर में बन रही है। दूसरे चरण में यह सड़क कोईलवर से आरा के बीच 44 किलोमीटर और फिर आरा से बक्सर तक 48 किलोमीटर सड़क बनाई जा रही है। इसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसका निर्माण कार्य 2020 के अक्टूबर में ही पूरा किया जाना था। मगर, जमीन का अधिग्रहण नहीं होने से योजना में देरी हुई। फिर कोरोना की दो लहरों में महीनों तक निर्माण बंद रहा।
आरा बाइपास के पास चल रहा निर्माण
दो साल तक कोरोना के कारण काम प्रभावित रहने के बाद अब निर्माण कार्य ने जोर पकड़ लिया है। फिलहाल भोजपुर जिला अंतर्गत आरा बाइपास, गीधा, गजराजगंज और बिहिया बाइपासके पास पीएनसी कंपनी यह निर्माण कार्य कर रही है। इस फोरलेन पर 12 बस सेंटर, एक टॉल प्लाजा, कोईलवर पुलस समेत 7 बड़े पुल, 7 छोटे पुल होंग
अयोध्या, आगरा होते जा सकेंगे दिल्ली
इस फोरलेन का रूट कई शहरों से गुजरेगा। पटना से आरा, आरा से बक्सर होते उत्तर प्रदेश के अयोध्या, आगरा होते दिल्ली तक जाना होगा। इस फोरलेन के बनने परप आरा और बक्सर फोरलेन के रास्ते लखनऊ-गाजीपुर एक्सप्रेस-वे तक कनेक्टिविटी हो जाएगी। इसे लोगों का रोजगार और इन क्षेत्रों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।