अभियंता दिवस उत्सव २०२३ का आयोजन / प्रारम्भ शुक्रवार १५ सितम्बर वेबिनार (on line ) के माध्यम से सम्पन्न हुआ मुख्य अतिथि के रूप मे आदरणीय डॉ गंगाधर रामटेक्कर ‘ विभागाध्यक्ष सिविल एन आइ टी रायपुर एवं अध्यक्षता श्री अमित खरे नेशनल ट्रेनर ने J C I ने की । दीप प्रज्वलन व वन्देमातरम (श्रीमति जयश्री साकल्ये मेडम द्वारा ) के गायन के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ ‘
स्वागत उद्बोधन मे संयोजक द्वारा उपस्थित सभी प्रबुद्ध जनो का अभिनन्दन करते हुए शालेय बच्चो को समर्पित अभियंता दिवस जो भारत रत्न डॉ मोक्षगुण्डम् विश्वेश्वरय्या जी के जन्म १५ सितम्बर को प्रतिवर्ष मनाया जाता हैः
प्रति वर्ष एक अभियंता द्वारा एक गॉव के शासकीय स्कूलों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पुरस्कार (प्रोत्साहन राशी के साथ प्रशस्ति पत्र व शील्ड) प्रदान किया जाता है वर्ष २००९ से अनवरत प्रक्रिया जारी है इस वर्ष १६ वे गॉव पहुंचे है.
१६ ग्राम के शालेय १३८ प्रतिभावान छात्रों को १६ वरिष्ठ अभियन्ता के सहयोग से पुरस्कृत हेतु सुची बद्ध किया गया है जो आज आभासी रुप से मुख्य अतिथी व अध्यक्ष से पुरस्कार प्राप्त कर रहे है.
ग्राम धनेली की पुरस्कार प्राप्त बालिकाएँ कार्यक्रम से जूड़ कर मुख्य अतिथी व अध्यक्ष द्वय से चर्चा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया ।
मुख्य अतिथि की आसंदी से आदरणीय डॉ रामटेक्कर सर ने कहा अभियान्त्रिकी सर्वव्यापी है उसके बगैर कोई विकास कोई अनुसंधान के पूर्णता की कल्पना नही की जा सकती। चिकित्सा के व्यवसाय मे भी ८०% उपकरण अभियान्त्रिकी विधा से ही आते है आज हम चन्द्रमा पर चरण रख रहे है वहां हमारे वैज्ञानिकों के साथ अभियान्त्रिकी कौशल भी जूड़ा है । पुरस्कृत विद्यार्थियों से चुम्बक की तरह बन अपने आप मे आकर्षण का भाव उत्पन्न की विधा का विकास करने की सलाह दी जो शिक्षा के प्रति अनुशासित रहते हुए सम्भव है.
अध्यक्षीय उद्बोधन मे इं. अमित खरे द्वारा महान अभियंता विश्वेश्वरय्या जी के जनहित व शिक्षा के क्षेत्र मे अनुकरणीय योगदान की जानकारी दी व उनके जन सेवा से जुड़े कार्यक्रम को अभियंता परिषद द्वारा आगे बढ़ाते हुए स्कूल दर स्कूल गॉव गॉव मे जो अभियंता गण बच्चो को प्रोत्साहित कर उन्हे आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रहे है वे प्रशंसा के पात्र है ‘
यह कार्य अविरल गति से चलते रहना चाहिये.
सभी का आभार प्रदर्शन करते हुए श्री एम पी मिश्रा ने उपस्थित अतिथिगण व अभियन्ताओं के प्रति परिषद कि ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया तथा महान अभियन्ता डा एम विश्वेश्वरय्या जी के पद चिन्हो पर चलने का प्रयास करने का आह्वान किया ‘
पुरस्कृत सभी १३८ विद्यार्थियो के साथ ही उनके माता पिता व सकल शिक्षक वृंद को बधाई दी गई । पश्चात जनगणमन राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया ।
कार्यक्रम मे मुख्य रूप से सर्वश्री आर के चौबे ,बी आर लाडिया, नरेश त्रिपाठी, हरिओम शर्मा ‘ पुष्पेन्द्र सिह ‘ भागीरथी ‘दिलीप केशरवानी, हिमांशु गोविल , आभीष अग्रवाल रविकान्त , सुर्यकांत , तेजराम साहू , श्रीकांत शुक्ला , संजय नायडू , युवराज के साथ ग्राम धनेली की छात्राएं व अन्य प्रबुद्धजन शामिल रहें ।