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मजदूर के मौत का कोन है कारण ठेकेदार याअधिकारी ?

विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत करकोटी के आश्रित ग्राम कोयलारी में जल जीवन मिशन के तहत हो रहे पानी टंकी निर्माण कार्य में लगें एक मजूदर की टंकी से गिरकर मौत हो गई।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम कोयलारी के प्राथमिक शाला के पीछे निर्माणाधीन पानी टंकी में भरत कुमार सहित अन्य तीन मजदूर काम कर रहे थे। टंकी के ऊपरी हिस्से में ढलाई हेतु छड़ मोड़ने के दौरान अनियंत्रित होने से भरत कुमार नाम का मजदूर टंकी से मुंह के बल नीचे गिर गया।

स्थानीय लोगों के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैयाथान लाया गया,जहां जांच पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया गया।मृतक का उम्र 23 वर्ष निवासी उत्तरप्रदेश के ग्राम अमवा दिगर टोला धोकरहा,थाना बरवापट्टी जिला कुशीनगर का बताया जा रहा है। झिलमिली पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।

स्थानीय ग्रामीणजनों ने बताया कि पानी टंकी निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को ठेकेदार द्वारा
सेफ्टी किट नही दिया गया है अगर दिया गया होता तो इतना बड़ा हादसा नही होता। सेफ्टी किट में सेफ्टी बेल्ट, कैप, दस्ताने, रस्सी इत्यादि दिया जाता है ताकि अचानक गिरने पर भी मजदूर सुरक्षित रहे लेकिन ठेकेदार के द्वारा चंद रुपयों के लालच में सुरक्षा मानकों को दरकिनार करते हुये मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है । यही नही ठेकेदार द्वारा अन्य प्रदेशों से मजदुर लाकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है ताकि मजदूरी राशि भुगतान में बचत हो सके।

सूत्र तो यह भी बताते हैं कि किसी भी मजदूर को निर्माण कार्य मे लगाने से पहले ठेकेदार को संबंधित निर्माण विभाग के माध्यम से मजदूर के श्रम पंजीयन की जानकारी जिला श्रम कार्यालय में जमा करना होता है ताकि मजदूर के साथ निर्माण के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से पीड़ित परिवारों को मदद मुहैया कराया जा सके। परन्तु जल जीवन मिशन के कार्यों में इन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

मजदूर हितों और उनकी सुरक्षा के प्रति बेपरवाह ऐसे ठेकेदारों पर विभाग कड़ी कार्यवाही करेगा या फिर ठेकेदारों की बड़ी पहुंच के आगे नतमस्तक होगा कानून यह देखना दिलचस्प होगा जहां मजदूर मजदूर को न्याय मिलती है या फिर कर दी जायेगी लीपा पोती।

बयान

मजदूर को ठेकेदार द्वारा दिए गए सेप्टी बेल्ट का उपयोग मजदूर के द्वारा नही किया गया जिसके कारण इस प्रकार की घटना घटी है। :– एस.बी.सिंह, ई ई. पी.एच.ई. विभाग सूरजपुर छत्तीसगढ़।

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