युवा, उद्यमिता एवं स्वदेशी के वृहद विचार पर केन्द्रित स्वदेशी जागरण मंच एवं स्वावलंबी भारत अभियान की अखिल भारतीय वृहद बैठक 23,24,25 दिसम्बर को विवेकानद केन्द्र कन्याकुमारी में सम्पन्न हुई। बैठक में देश के 42 प्रान्तों से प्रान्त स्तरीय एवं इससे ऊपर के दायित्ववान 274 कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया जिसमें  मातृशक्ति की संख्या 48 रही। बैठक के उपरान्त दो दिवसीय पूर्णकालिक बैठक में 25 प्रांतों के 40 पूर्णकालिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सह सरकार्यवाह एवं वर्तमान में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मा० भागैया जी का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। विवेकानंद केन्द्र से श्री बालकृष्ण जी एवं महासचिव श्री भानुदास जी एवं जोहो कारपोरेशन के चेयरपर्सन एवं स्वावलंबी भारत अभियान के संरक्षक श्रीधर वेम्बू जी का भी विशेष सानिध्य इस बैठक में प्राप्त हुआ।

बैठक में भारतीय मजदूर संघ से अखिल भारतीय संगठन मन्त्री श्रीमान सुरेन्द्रन जी एवं सहकार भारती के अखिल भारतीय संगठन मन्त्री श्रीमान संजय पाचपोर जी सहित लघु उद्योग भारती, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, ग्राहक पंचायत,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिन्दू जागरण मंच, विवेकानंद केन्द्र के विचार परिवार के संगठनों के प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए।

स्वावलंबी भारत अभियान में सहभागी अन्य 14 विविध संगठनों की भी प्रत्यक्ष एवं तरंग माध्यम  से उपस्थिति रही जिनमें गायत्री परिवार से मा० चिन्मय पंड्या , वक्रांगी से श्री दिनेश नन्दवाना ,आई०आई०डी० से श्री मुकेश शुक्ला ,जागृति से शशांक मणि त्रिपाठी,दे आसरा से आशीष पंडित प्रमुख रहे।

बैठक में आगामी कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए स्वदेशी, उद्यमिता एवं युवाशक्ति के त्रिमार्ग पर आधारित स्वावलंबी भारत अभियान के कार्यक्रमों का वार्षिक कैलैन्डर भी चर्चा उपरांत जारी किया गया साथ ही इस सम्बन्ध में प्रान्तों ने अपनी योजना तैयार की।

जिला केंद्रित स्वदेशी विकास माडल ही अर्थ एवम रोज़गार सृजन का उपयुक्त मार्ग है। ये चर्चा हुईं।जिला रोजगार सृजन केन्द्रो को जिला स्वावलंबन केन्द्रों के नाम से जाना जाये, ऐसा निर्णय भी बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने एकमत से किया।

स्वदेशी शोध संस्थान,एवं आरवी वर्धा में बनने वाले स्वदेशी तीर्थ क्षेत्र ( ठेंगड़ी जी का जन्मस्थल) की कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई। देश भर में अभी तक लगने जा रहे 40 स्वदेशी मेलों के आयोजन पर भी चर्चा हुई एवं सभी जिलों मे छोटे-बड़े स्वदेशी मेले लगाने की योजना पर भी सहमति बनी।

बैठक में अखिल भारतीय सह संगठक श्री सतीश कुमार जी द्वारा लिखित पुस्तक भारत@2047  का विमोचन भी बैठक में हुआ।

स्वाबलंबी भारत अभियान के हर ज़िले में कम से कम 1000 वालियन्टियर बनाए जायेंगे जो युवाओं में उद्यमिता,स्वरोजगार, कृषि में मूल्य संवर्धन से आय व स्टार्टअप आदि के बारे में जागरूकता लायेंगे

सभी जिलों में महिला कार्य को विस्तार देने के साथ-साथ स्वावलंबी भारत अभियान के कार्य विस्तार हेतु प्रान्तों एवं जिलों को पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं से युक्त करने की भी योजना भी बैठक में बनी।

नये दायित्व योजना-सबसे प्रमुख डॉ राजकुमार मित्तल जी( अखिल भारतीय सहसंयोजक) सहित अन्य दायित्वों की भी घोषणा बैठक में हुई।

स्वामी विवेकानंद जी की तपोभूमि एवं एकनाथ रानाडे जी की कर्मभूमि कन्याकुमारी में आयोजित 3 दिवसीय बैठक में स्वदेशी के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सभी कार्यकर्ता कृत संकल्प हुए। बैठक के लिए कन्याकुमारी स्थान का चयन प्रेरणादायी रहा।