नई दिल्ली, 12 अगस्त।
स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा है कि किसी समय भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था, लेकिन यह सब भारत के लघु उद्यमियों के कारण था क्योंकि भारतीय उद्यमी तब भी बेहतरीन किस्म के उत्पाद तैयार करते थे। उन्होंने कहा कि भारत एक समय पूरी दुनियां के कुल उत्पाद का 35 फीसदी तक का सामान तैयार करता था।
अश्विनी महाजन ने यह बातें शनिवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय एमएसएमई एक्स्पो- 2023 के तीसरे एवं अंतिम दिन के पहले सत्र में कहा, जिसका विषय, ‘चरखे से चंद्रयानः टेक्नोलॉजी, इनोवेशन- स्टार्टअप इको सिस्टम’ था। महाजन ने दावा किया कि आज के विकसित देशों के लोग जब जंगल में घूमते थे, तब भारत के लघु उद्यमी बेहतरीन किस्म के उत्पाद तैयार करते थे। आजादी के बाद एक समय सरकार की मानसिकता एवं सोच निजी क्षेत्र को उपेक्षित करके सार्वजनिक क्षेत्र को बढ़ावा देने की रही, लेकिन इसी प्रकार की नीतियों के कारण रूस जैसा देश पिछड़ गया। बदलते समय के साथ सरकारों ने भारत में निजी क्षेत्र को भी बढ़ावा दिया जिसके परिणाम सबके सामने हैं। उन्होंने दावा किया कि स्वदेशी जागरण मंच की आपत्ति के बाद ही सरकार द्वारा ओएनडीसी प्लेटफॉर्म लाया गया। इससे ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा किए जा रहे आर्थिक शोषण पर लगाम लगी है।

तीसरे दिन के पहले सत्र की शुरूआत में वियतनाम के राजदूत हुई ट्रुम टॉम ने कहा कि भारत एवं वियतनाम के पुराने एवं गहरे संबंध रहे हैं। कइ मामलों में दोनों देशों की सोच एक ही जैसी है। उन्होंने कहा कि वियतनाम की इकोनोमी में 80 फीसदी योगदान एमएसएमई क्षेत्र का ही है।वहीं, टीआरएआई (ट्राई) के महानिदेशक अनिल कुमार भारद्वाज ने केन्द्र सरकार द्वारा तकनीक के क्षेत्र में किए जा रहे नए नवाचारों एवं पहलों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विकास और ग्रोथ के लिए आज तकनीक का इस्तेमाल बेहद जरुरी है वरना हम पिछड़ जाएंगे। जबकि ट्राई के सचिव रघुनंदन शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप ट्राई कनेक्टिविटी, डिवाइस एवं डिजीटल स्कील्स के लिए लगातार काम कर रहा है जिसके बहुत अच्छे परिणाम आ रहे हैं।

अपराह्न में एमएसएमई एक्स्पो- 2023 के समापन अवसर पर भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम जाजू एवं दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता मौजूद रहे। श्याम जाजू एवं आदेश गुप्ता ने अपने संबोधन में बीते नौ सालों में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए बदलावों की जानकारी दी। दोनों भाजपा नेताओं ने बताया कि कैसे मोदी सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के कारण आम जनता के बीच आत्मविश्वास पैदा हुआ है।

एमओयू पर हस्ताक्षर किए
इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) और एमएसएमई- डेवलपमेंट फोरम (डीएफ) के बीच स्वावलंबी भारत अभियान के लिए समझौता पत्रों (एमओयू) हुआ, जिसमें सहकारिता, रोजगार एवं स्वावलंबन का संकल्प लिया गया। स्वदेशी जागरण मंच की ओर से अश्विनी महाजन एवं दीपक शर्मा मौजूद थे जबकि एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम के तरफ से ग्लोबल चेयरमैन रजनीश गोयनका भी सभी सत्रों में उपस्थित रहे। संचालन कार्य जानेमाने अर्थशास्त्री शरद कोहली ने किया।

वोट बैंक जरुरीः गोयनका

एमएसएमई के चेयरमैन रजनीश गोयनका ने कहा कि एमएसएमई के क्षेत्र में कारगर नीति बाबत सरकारों एवं राजनीतिक दलों की पॉलिटीकल विल बने, यह हमारा निरंतर प्रयास रहा है। गोयनका ने बताया कि वर्तमान में सरकारी आंक़ों के अनुसार करीब सात करोड़ एमएसएमई की इकाईयां हैं जिनसे करीब 12 करोड लोग जुड़े हुए हैं। अब यदि एक परिवार में पांच सदस्य भी हों तो करीब 60 करोड़ मतदाता होते हैं।

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