विदित हो की अहिवारा वार्ड क्रमांक ०४ सरस्वती शिशु मंदिर विधालय के समीप में आदिवासी गोंड समाज के लिए विगत कई वर्षो से भूमि सरंक्षित रखी गयी है । एवं उक्त स्थान पर समाज का सार्वजिनक भवन निर्माण करने के लिए लम्बे समय से मांग की जा रही थी।  जिसके सम्बन्ध में नरपालिका परिषद् में नगरपालिका अध्यक्ष को समाज के द्वारा सहायता प्रदान करने के सबंध में आवेदन पत्र दिया गया था । एवं वार्ड पार्षद वार्ड ०४ के द्वारा भी इस सबंध में नगर पालिका अध्यक्ष से सहयोग राशि देने के सबंध में आवेदन दिया गया था जिस पर नरपालिका अध्यक्ष द्वारा उक्त स्थान पर भवन बनाने के लिए सहयोग राशि दिए जाने की घोसणा करि गयी थी। 

एव आपकी जानकारी के लिए बता दे की उस जगह पर समाज के द्वारा विधिवत रूप से गणमान्य नागरिको की उपस्थिति में आदिवासी समाज के आराध्य देव बुढ़ादेव के नाम से उस जगह पर बोर्ड लगाया गया था। जिसे आज असामाजिक तत्वों के द्वारा अपने स्वार्थ के लिए हटा दिया गया है जो समाज के साथ किया गया एक घृणित कार्य है जिस से हमारे समाज ही नहीं अपितु छत्तीसगढ़ के आराध्य बुढ़ादेव को मानने वालो की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है जिस से समाज में काफी ज्यादा आक्रोश है। उक्त बोर्ड को आप आज भी सेटेलाइट के माध्यम से देख सकते है जो आज भी सेटेलाइट में मौजूद है। वर्तमान में उस स्थान पर जहा आदिवासी गोंड समाज के लिए सार्वजानिक भवन निर्माण किया जाना था वहा वर्तमान में भवन निर्माण न करके प्राइवेट दीवाल खड़ी करके किसी व्यक्ति के द्वारा कब्ज़ा किया जा रहा है। जिसका समाज पुरजोर से विरोध करता है।
समाज के लिए सरंक्षित किये गए स्थान पर आने वाले ०७ दिवस के भीतर जल्द से जल्द संपूर्ण कब्ज़ा हटावे एव समाज के आराध्य का बोर्ड हटा कर किये गए घृणित कार्य के लिए भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही करे अन्यथा सम्पूर्ण समाज इस विषय पर अपना आक्रोश उग्र आंदोलन के रूप में प्रकट करेगा जिसकी जव