ग्राम पंचायत सेमरिया धमधा ब्लाक के के ग्रामीणों ने सरपंच श्रीमति लीला जैन पति पवन जैन के ऊपर पंचायत के समस्त प्रशासनिक कार्य स्वय करते हैं। इस प्रकार के आरोप लगाया है। वही पंचायत में उनके द्वारा पंचायत में किये गये धांधली एंव भ्रष्टाचार से समस्त ग्रामवाशी प्रताड़ित एंव आतंकित है जो निम्न अनुसार 13 बिंदु पर जांच के लिए जिला कलेक्टर जनदर्शन दुर्ग में ग्रामीणों ने दिया था जिसकी जांच करने जनपद पंचायत धमधा के करारोपण अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के भारी भीड़ के बीच जांच की 13 बिंदु निम्न प्रकार है :- 1 ग्राम पंचायत सेमरिया के 8 एकड़ कि चारागाह हेतू निस्तारि है शासकिय जमीन को लम्बी राशि लेकर अवैध रूप से हरियाण के रहने वाले व्यक्ति को लिज में दिया है जिसे वह व्यक्ति फार्म हाउस बना कर पपिता की लम्बी चौड़ी खेती कर रहा है । उनसे प्राप्त आय ब्यय कोई हिसाब पंचायत के पंजी में इंद्राज नहीं है 2 पंचायत में पुर्व सरकार द्वारा गौठान का निर्माण किया किन्तु अलग से गौठान (दैहान ) के आहाता निर्माण के लिए ग्रामवासी से प्रतेक राशनकार्ड पिछे 50रू अवैध वसुली कर गांव में दबाव बना रहा है।3.सरपंच द्वारा नये दैहान के आहाता निर्माण पर 50 रू. नल जन प्रतिमाह 50 रू.कच्चा मकान पर टैक्स सलाना 100 रू. तथा पक्का मकान पर सलाना टैक्स 150 रू. अनिवार्य रूप से जमा करने का फरमान जारी किया, जमा नहीं करने वाले गांव के सैकड़ो गरीब परिवार भुख से पलायन करने की मानसिकता बना चुके है। 4.पंचायत के अंतरर्गत जाति एंव निवासी प्रमाण – पत्र एवं अन्य शासकिय कागजात में सरपंच श्रीमति लीला जैन कि जगह उनके पति पवन जैन अपनी पत्नि लीला जैन का फर्जी हस्ताक्षर करता है । 5.पंचायत में अनुसुचित जाति विकास प्राधीकरण द्वारा अनुसुचित जातिवर्ग के लोगों को लाभ पहुचाने कि दृष्टि से शासन द्वारा समुदायिक भवन हेतु 6 लाख 50 हजार रू. स्वीकृत हुई थी जिसे अनुसुचित जाति के मोहल्ला में न बनाकर पिछड़े वर्ग के मोहल्ला में उक्त समुदायिक भवन को बनाया है जिसे अनुसुचित जाति के लोगों को समुदायिक भवन लाभ से वंचित हो गये जिसे इस वर्ग के लोगों में असंतोष का वातावरण हो गया हैं । 6.प्रधानमंत्री स्वच्ता अभियान योजना ययश्वी प्रधान मंत्री की एक महत्वकांक्षी योजना है इस योजना के तहत कई लोगों को शौचालय निर्माण की सहायता राशि नही दिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में सरपंच के द्वारा कि गई धांधली से
7.ग्रामवासी अत्यंत प्रताडित है सरपंच द्वारा अनुसुचित जाति वर्ग के लोगों से भेद भाव रखता है उनके द्वारा आवास के पात्र हितग्राही को अपात्र कर और अपात्र हितग्राही को पात्र कर आवास निर्माण में भेद भाव कर सरपंच द्वारा भारी मात्रा में हेरा फेरी किया जा रहा है जिसे कई पात्र हितग्राही आवास से वचित हो गया है। 8. गांव में मीनिमाता चौक सीमेन्ट्रीकरण एंव हायर सेकण्डरी स्कूल प्रगण में सीमेन्ट्रीकरण एंव आगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 03 एंव 04 में आहाता निर्माण मजदूरी कार्य किया जिसमें अपने खास आदमी मुरली निरर्मलकर और नारायण निषाद को बिना मजदूरी किये अवैध रूप से लाभ पहुचाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति कों 12000 रू. उनकें खातें में कुल 56289 रू. डाल कर शासकिय राशि का भ्रष्टाचार किया है। 9 महात्मा ग्रामिण रोजगार योजना मनरेगा के तहत जौब कार्ड क्रमांक 171 के अंतर्गत नारायण निषाद एंव उनकी पत्नि सहोद्रा बाई को 15 जनवरी से 19फरवरी तक कुल 56 कार्य दिवस 12376 रू. बिना मजदुरी के उनके खाते डालकर शासकिय राशि का गमन किया है।10.ग्राम सेमरिया के वार्ड क्रमाक 1 से 17 तक नाली सफाई कार्य के लिए सरपंच लीला जैन अपने देवर राकेश कुमार जैन जो सरपंच पति पवन जैन के सगे भाई है । राकेश कुमार जैन ग्राम गिरहोला में किराना दुकान चलाता है। जिनके नाम पर अवैध रूप से बिना मजदूरी किये राकेश कुमार जैन को पहली किस्त में 10000 रू. दुसरे किस्त में 18200 रू. तीसरे किस्त में 13000 रू. चौथे किस्त में 12000 रू. तथा वर्ष 2020-21 में राकेश कुमार जैन 106800रू. कुल 160000 रू. अवैध भुगतान कर भ्रष्टाचार करते हुए शासन को चुना लगाने का कार्य किया है। जबकि राकेश कुमार जैन मजदुर नहीं है वह किराना व्यपारी है। 11 आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 03 अनुसुचित वर्ग के मिनीमाता चौक सेमरिया में स्थित है जहां अनुसुचित जाति बच्चों की बहुल्ता है सरपंच के जातिगत भेद भाव के चलते उस आंगनबाड़ी में अध्ययनरत (30) अनुसुचित जाति बच्चे को पानी के लिए प्यासा रखकर नल जल योजना के लाभ से वंचित किया है । 12 सन् 2018-19 में मनरेगा के अंतरर्गत नाडेप टैंक (घुरवा ) गया प्रसाद सोनवानी के घर के सामने नाडेप टैंक निर्माण किया है मनरेगा के रिकार्ड में कोई जानकारी उपलब्द नहीं है। बिना प्रस्ताव का भेद भाव पुर्ण नाडेप टैंक बना दिया है जिसका जाँच किया जाये जबकि नारायण निषाद के बियारा के पास नाडेप टैंक बनाने प्रस्तावित था। 13 सरपंच लीला जैन एंव पति पवन जैन अपने निजी कार्य ( ईटाभट्टा में घेरा एंव भवन निर्माण कार्य ) में पंचायत द्वारा उनके मजदूरी की राशि भुगतान की गई है जो कि गलत है । वर्ष 2021-22 कुल रू.68400 रू. का भुगतान किया गया । वही ग्रामीणों का कहना है की जय अंबे ट्रेडर्स जो श्रीमती लीला जैन पति पवन जैन के पुत्र का फॉर्म है उसे पुत्र के फार्म से पंचायत में कार्य किए हैं जो पंचायत अधिनियम के विरुद्ध हैं।