हमारे देश द्वारा चंद्रमा के परीक्षण हेतु चंद्रयान 3 की चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सफलता पूर्वक लैंडिंग की गई। इस कार्य में देश की संस्था इसरो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के हजारों वैज्ञानिकों इंजीनियर और सहयोगियों के कई सालों की मेहनत का फल है।
विदित हो कि हमारे समाज के श्री ज्ञानेंद्र कश्यप जी का भी चंद्रयान 3 के सफल लैंडिंग के इस मिशन में महत्वपूर्ण योगदान है। आपने इस सेटेलाइट के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के कैमरे के सेंसर पर कार्य किया है।
ग्राम सिंघनपुर के मूल निवासी और बसना जिला महासमुन्द में निवासरत डॉक्टर एस पी कश्यप के छोटे सुपुत्र ज्ञानेंद्र के हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा बसना के ही शासकीय विद्यालय में हुई है। आपने पुसद महाराष्ट्र से इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की है। आपकी इसरो में सन 2000 में नियुक्ति हुई है। वर्तमान में आप इसरो में सीनियर साइंसिस्ट के पद पर कार्यरत हैं।आपके बड़े भाई श्री जितेन्द्र कश्यप समाज सेवी हैं और हमारे विवाह अघरिया समाज समेत कई अघरिया ग्रुप्स के सम्मानीय सदस्य हैं । श्री ज्ञानेंद्र कश्यप के भतीजे एवं जितेंद्र कश्यप के सुपुत्र अंशुल कश्यप आईआईटी धनबाद से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर है और अभी वर्तमान में Qullcom कम्पनी में जॉब कर रहे हैं एवम आयुष कश्यप एमबीबीएस डॉक्टर हैं वर्तमान में PG के लिए तैयारी कर रहे हैं।
श्री ज्ञानेंद्र कश्यप जी की इस असाधारण उपलब्धियों पर अखिल भारतीय अघरिया समाज गौरवान्वित है और अखिल भारतीय अघरिया समाज के केंद्रीय अध्यक्ष श्री भुवनेश्वर पटेल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती गेसमोती पटेल, कोषाध्यक्ष श्री द्वारिका पटेल, महासचिव श्री दीनदयाल पटेल, सचिव श्री धनंजय पटेल, सोशल मीडिया सचिव विजय पटेल के साथ ही साथ समस्त पदाधिकारीगण और सामाजिक बंधुओं की ओर से हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।।