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नई शिक्षा नीति के अनुसार अब होगी पढ़ाई

शिक्षक को प्रशिक्षण देने प्रशिक्षित हुए DRG
जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डाइट जिला दुर्ग द्वारा आयोजित चार दिवसीय FLN प्रशिक्षण में जिला स्रोत शिक्षक प्रशिक्षित हुए।
भारत सरकार द्वारा अपनाया गया नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार छत्तीसगढ़ प्रदेश ने भी नई शिक्षा नीति को अपना लिया है ,और इसके अनुसार विद्यालय स्तर पर कवायद प्रारंभ कर दिया गया है। कक्षा 1 से लेकर 3 तक के सभी बच्चों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान की समझ बन जाए को लेकर जिला के तीनों ब्लॉक से चयनित जिला स्रोत व्यक्तियों का चार दिवसीय प्रशिक्षण डाइट दुर्ग में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र का प्रारंभ सहायक प्राध्यापक सुश्री शिशिर भट्टाचार्य मैडम की उद्बोधन से प्रारंभ हुआ। उन्होंने प्रशिक्षण क्यो आवश्यक है FLN की लक्ष्य को हम सब मिलकर कैसे प्राप्त कर सकते हैं पर विचार रखते हुए विषयगत विभिन्न पहलुओं पर प्रश्नोत्तर को समाहित कर मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करने प्रशिक्षार्थियों को शुभकामनाएं दी। राज्य कार्यालय राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान रायपुर से FLN प्रकोष्ठ प्रभारी श्री सुनील मिश्रा सर ने प्रशिक्षण के उपादेयता पर विस्तार से चर्चा कर समय नियोजन व उपस्थिति शत-प्रतिशत हो पर जोर देते हुए निर्देशित किए।साथ ही श्री महेश शर्मा राज्य समन्वयक LLF द्वारा विषयगत चर्चा को विस्तार रूप देते हुए सत्र संचालन की प्रभाविकता के बारे में बताया गया। राज्य कोर ग्रुप के सदस्य मिलिंद चन्द्रा सर द्वारा FLN की चुनौती को कैसे जल्द प्राप्त करे के बारे में बताया गया।
प्रशिक्षण में राज्य स्त्रोत व्यक्ति श्री सुशील कुमार सूर्यवंशी ने नई शिक्षा नीति 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या फाऊंडेशनल स्टेज 2022 के सिद्धांत एवं दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए FLN का जो लक्ष्य 2026- 27 निर्धारित किया गया है पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के द्वारा सुझाई गई संतुलित भाषा शिक्षण पद्धति चार मॉडल क्रमशः मौखिक भाषा डिकोडिंग पठन और लेखन के बारे में जानकारी देते हुए लेखन की गहनता, विद्यालय में पुस्तकालय की उपयोग पर विस्तार से चर्चा किए। राज्य स्रोत शिक्षक में शामिल अर्शिया इकबाल द्वारा डिकोडिंग को डेमो के माध्यम से चरण वार स्पष्ट करते हुए खेल-खेल में गणित जादुई पिटारा को बताया गया।इसी क्रम में प्रशिक्षक मुकेश साहू ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या फाऊंडेशनल स्टेज केअनुसार सुझाई गई संतुलित गणित शिक्षण पद्धति के चार ब्लाक पर विचार रखते हुए मौखिक गणित पर विस्तार से चर्चा किए। प्रशिक्षक अंकेश महिपाल द्वारा पठन को स्पष्ट करते हुए गणित के मुख्य दक्षता एवं अभ्यास पुस्तिका और गणित के डिजाइन व ई जादुई पिटारा पर विस्तार से चर्चा किए। इसी क्रम में प्रशिक्षक संध्या पाठक द्वारा गणित के मुख्य दक्षता पर डेमो के माध्यम से जिले के स्रोत व्यक्तियों को बताया । प्रशिक्षण में बच्चे स्वयं से कैसे सीखते हैं, सीखने के लिए किस-किस स्तर के चुनौती स्वीकार कर आगे स्वयं से सीखते हैं के थीम पर प्रशिक्षण के बिंदु नवाजतन पर सभी राज्य स्त्रोत दल ने डुएट के द्वारा समस्त जिला स्रोत के प्रशिक्षणार्थियों को रोचक तरीके से विभिन्न उदाहरण, आदर्श वीडियो क्लिप को दिखाते हुए बताया गया। प्रशिक्षण में एल एल एफ से श्री राम रतन मीणा DPM , भूषण सिन्हा, रूबी नाग एवं कुलेश्वर साहू ने भाषा व गणित शिक्षण में आवश्यक सहयोग प्रदान किए।
प्रशिक्षण में मैडम शिशिर कना भट्टाचार्य सहायक प्राध्यापक ने जिला स्रोत व्यक्तियों को विषयगत विभिन्न बिंदुओं पर अपना विचार रखते हुए उन्हें संवर्धित किए साथ ही समझ को पुख्ता करने के लिए बीच-बीच में प्रश्नोत्तर के माध्यम से विभिन्न पहलुओं को स्पष्ट भी किए। डाईट के FLN प्रभारी श्री हेमंत कुमार साहू सर ने सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त के पूर्व मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु शुभकामनाएं संदेश देते हुए प्रशिक्षण के पश्चात विकासखंड स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण में अपनी सहभागिता को बेहतर सुनिश्चित करना है के संदर्भ में उन्हें विशेष मार्गदर्शन दिए ।
साथ ही विकास खण्ड स्तर पर आनलाइन व आफलाइन प्रशिक्षण कैसे आयोजित करना है पर चर्चा किया गया।
जिला स्रोत दल प्रशिक्षार्थियों के रूप में पाटन से अखिलेश कुमार वर्मा, योगेश कुमार साहू, रूपेश कुमार साहू, पितेंद्र देवांगन महेंद्र बहादुर, टिकेश्वर गजपाल, श्रीमती मिताली चौधरी, पारुल पांडे एवं इंदू सोनकर इसी क्रम में धमधा से किशोर कुमार तिवारी ,नीलम ताम्रकार ,डाम्हर साहू, राजेंद्र साहू, सूर्यकांत हरदेल श्रीमती संतोषी निषाद, कैलाश नागवंशी,वीरेंद्र कुमार साहू,मनोज कुमार मरकाम एवं दुर्ग से पी एल सपहा, अरविंद बंजारे, श्रीमती ममता साहू , सुमन प्रधान ,ऋषि कुमार शुक्ला रहे।

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