नगर पालिका परिषद अहिवारा में आवास योजना में अनियमित रूप से भ्रष्टाचार हो रहे
नगर पालिका परिषद अहिवारा के अंशुल मोराने ( पूर्व आवास प्रेरक) के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार किया जा रहा था जिसका शिकायत पूर्व में राज्य शहरी विकास अधिकरण ( सुड्डा) को भेजा गया था जिसका शिकायत पत्र पर कार्यवाही करते हुए अंशुल मोराने को ( पूर्व आवास प्रेरक) के पद से निलंबित किया गया था। इसके बाद भी नगर पालिका अधिकारी द्वारा अंशुल मोराने से आवास से जुड़े सारे कार्य कराए जा रहे है।
नगर पालिका परिषद में डीपीआर का आर्किटेक ( रिशुराज वर्मा / पायल चेनाकर ) आर्किटेक के नाम पर अमन सिन्हा के द्वारा ही खुद ही आर्किटेक सर्वेयर ,ठेकेदारी , एवं अंशुल मोराने द्वारा खुद ही आर्किटेक सर्वेयर तथा भुगतान करने का कार्य स्वयं ही किया जा रहा है जिससे अन्य हितग्राही को भुगतान नहीं किया जाता ।
शासकीय भूमि ( घास जमीन ) पर भी आवास बनाया जा रहा है जो की शासन के खिलाफ है जिसमें पालिका के द्वारा ही भवन अनुज्ञा दिलाकर लाभ दिया जा रहे है अमन सिन्हा द्वारा ठेकेदारी एवं अंशुल मोराने के द्वारा घास भूमि में आवास बनाया जा रहे है ।
वर्तमान में सूर्यकांत वैष्णव वार्ड 14 उनके कालम खड़े होने से पहले ही उनके पीएफएमएस द्वारा पास अमन सिन्हा के द्वारा ही जियो टेक कर उनके खाते में 3 किस्त डलवाया गया है जो की शासन के पैसे को दुरुपयोग किया जा रहे है इसमें अन्य हितग्राही को लाभ नहीं मिल पा रहा है बिना काम हुए उनके खाते में डाली गई पैसे
अनियमित रूप से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है इससे पहले अंशुल मोराने शिकायत होने के बाद भी क्यों कार्यवाही नही हुई।
वार्ड नंबर 14 और 15 में सबसे जायदा मात्रा में आवास बन रही है जिसमे से घास भूमि के जमीन पर भी बनाया जा रहे है । हितग्राहियों को जीओ टेक से लेकर राशि आहरण तक की एवं मकान निर्माण तक अमन सिंह ठेकेदार कि संलिप्तता बताई जा रही है जिसके लेकर अहिवारा के लोगों ने जिला कलेक्टर जनदर्शन में इसकी शिकायत की है।