छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में शनिवार को नए खुलासे हुए। पुलिस ने 3 आरोपी दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया है। इसमें 2 आरोपी मृतक के चचेरे भाई हैं। पुलिस ने एक अन्य रिश्तेदार सुरेश चंद्रवंशी को भी आरोपी बनाया गया है, लेकिन वो फरार है।
हत्या की वजह सड़क घोटाला हैं
इस मामले में अभी पुलिस का आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 100 करोड़ से ज्यादा लागत की एक सड़क के निर्माण में घपले को लेकर मुकेश ने लगातार खबरें की थीं। इस सड़क का काम उसके दूर के रिश्तेदार को ही मिला था। इन खबरों से ठेकेदार नाराज था। और पिछले कुछ दिन पहले मुकेश को धमकी भी मिली थी ठेकेदार द्वरा
अधिकारियों और कर्मचारियों का समय समय पे स्थांतरण ना होना और एक कार्यालय में वर्षो से पदस्थ रहना भ्रष्टाचार का प्रमाण है
आज छत्तीसगढ़ में देखा जा सकता है लगभग सभी कार्यलयों में जो भी अधिकारी एवं कर्मचारी है उनको उनके ही गृह ग्राम में पदस्थापना कर दिया जाता है या फिर एक ही कार्यालय में वर्षो से पदस्थ होने के कारण उनका दबदबा बन जाता है जिस वजह से बिना डरे पैसे की मांग करने और गुणवत्ता हीन कार्य होने के बाद भी ठेकेदार का देयक पास कर दिया जाता है किसी के द्वरा शिकायत करने पे भी विभाग के द्वरा कोई उचित कार्यवाही नही की जाती है जिससे ठेकेदारों के मनोबल बढ़ा रहता है कि ठेकेदारों हत्या करने का भी साहस कर लेते हैं मुकेश के हत्या का जड़ ही यही है मुकेश के द्वारा गुणवत्तहीन कर्यो की सच्चाई दिखाई गई जिस वजह से ठेकेदार नाराज था और ठेकेदार के द्वारा मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई l