सूरजपुर ब्यूरो – आशीष साहू, राष्टीय राज्य मार्ग सुरजपुर में स्थित मुल्यवान किमती भूमि को विधिविरूध्द तरिके से बटवारा आदेश कर दिये जाने से दुखी हो कर पिडित पक्ष के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंप इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी।
विदित हो की फूलकुवर बिगनी ललीत मोहन रजवाडे गोपालराम मदन महोहन के कलेक्टर सुरजपुर को ज्ञानप देकर यह आरोप लगायें है कि मेरे पिता के सामिल खाते की भुमि खसरा क्रमांक 67/1,एवं 120/1 राष्टीय राज्य मार्ग सुरजपुर में स्थित है आवेदकगण के पितामह के भाई ननका राम अपने हक हिस्से में प्राप्त होने वाली भूमि को बिक्रय कर भेापाल में जा कर निवास करने लगे शेष बचत भूमि आवेदकगण के हक हिस्से की भूमि थी जिस पर आवेदकगण मकान बना कर परिवार सहीत रहते है। इस करोडो की किमती भूमि पर कुछ समय पूर्व सुरजपुर के भु माफियाओं की नजर पडी और भोपाल में 20 वर्ष पूर्व से रह रहे दीपक शुसील व दिलकेश्वर से अभय सरकार व अजय अग्रवाल सम्पर्क कर राजस्व अधिाकरीयों से साठ गांठ कर आवेदकगण को सुचना दिये बीना ही उक्त खाते में नाम दर्ज करा कर बटवारे के लिये तहसीलदार सुरजपुर के समक्ष आवेदनपत्र प्रस्तुत कर दिये जिसका रा0प्र0 क्र0202306260600060/अ-27/22-23 जो दिपक राजवाडे प्रति गोपाल वगै0 के नाम पर दर्ज हो संचालित था जिस प्रकरण में आवेदकगण के स्थान पर भू माफिया अभय सरकार व अजय अग्रवाल उपस्थित रहते थे जिसका विडिओग्राफी सहीत आवेदकगण के द्वारा कलेक्टर सुरजपुर को दिनांक 18/06/2024 को आवेदन पत्र प्रस्तुत कर उचित न्याय कराने का निवेदन किये थे। इसके पश्चात भी कोई कार्यवाही नहीं होनं पर आवेदकगण नियमानुसार शिविल वाद लाने के लिये तहसीलदार के समक्ष तीन माह का समय चाहा गया लेकिन समीर शर्मा तहसीलदार एवं बाबु जोगेश्वर राजवाडे के द्वारा आवेदक के आवेदपत्र पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया और कई महीनों तक दो – तीन दीन की पेशी दे कर तहसीलदार व बाबु के द्वारा घुमाया गया और अंत में भू माफियाओं से 20 लाख रूपये ले कर उक्त भूमि का बटवारा बिधिविरूध तरिके से कर दिये जाने के पश्चात आवेदकगण को धमकी मील रही है कि उक्त भूमि पर बने मकान को गीरा कर भू माफियाओं के द्वारा पकके का भवन निर्माण कराया जाना है। इस प्रकार भू माफियाओं के साथ साठ -गाठ कर अच्छे किस्म कि किमती भूमि पर बिधि विपरीत आदेश कर दिये जाने से आवेदकगण भारत के महामहीम राष्टपति , सर्वोचन्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति, छ0ग0 उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति ,मुख्य मंत्री छ0ग0 शासन सहीत जिला कलेक्टर को आवेदन दे इच्छा मृत्यु कि मांग की है।