सायबर सेल की टीम एवं थाना सिटी कोतवाली पुलिस की सयंुक्त कार्यवाही।

घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 16.06.2024 को प्रार्थी नीलकमल ध्रुव पिता स्व. संतराम ध्रुव सा. मौहारीभाठा महासमुन्द ने थाना सिटी कोतवाली महासमुन्द में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका नाबालिक ममेरा भाई उम्र 11 वर्ष 08 माह निवासी मौहारीभाठा, महासमुन्द दिनांक 16.06.24 के सुबह करीब 11ः00 बजे बिना बताये कही चला गया है जो अब तक घर नही आया है। संदेह होने पर नाबालिक बालक को किसी अज्ञात आरोपी के द्वारा बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गया है। कि प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना महासमुन्द में अपराध/धारा 363 भादवि0 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

    उक्त घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक, महोदय के द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुये अपह्नत बालक के पता तलाश करने हेतु 04 पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम के द्वारा अलग-अलग कार्यो का नेतृत्व किया गया। सभी पुलिस टीम को अलग-अलग दिशाओं में सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकि सहायता के मदद से नाबालिक लडका एवं अज्ञात आरोपी के बारे में जानकारी एकत्र करना शुरू किया गया।

    *विवेचना के दौरान पुलिस की टीम के द्वारा घटना स्थल से शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों का सीसीटीवी फुटेज चेक करते हुये पुलिस की टीम खल्लारी पहुची जहॉ अपह्नत बालक का फोटो दिखाकर तथा सीसीटीवी फुटेज चेक करते हुये पतासाजी की जा रही थी कि पतासाजी के दौरान मुखबिर से सूचना मिला कि उक्त बालक को खल्लारी रेलवे स्टेशन के आस पास देखा गया है उक्त सूचना पर मौके पर जाकर पुलिस की टीम द्वारा पतासाजी करने पर अपह्नत बालक को खल्लारी रेलवे स्टेशन के बाहर से बरामद किया गया तथा पुलिस की टीम के द्वारा बच्चे को सही सलामत बरामद कर उसके माता पिता को सुपुर्द किया गया। प्रकरण में विवेचना जारी है।*

    *पुलिस की टीम को घटना स्थल से नाबालिक बच्चा सायकल से जिस-जिस रास्ते का प्रयोग किया गया वहा-वहा का सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया जिसमें महासमुन्द शहर के आम नागरिकों के द्वारा लगाये गये अपने घर में सीसीटीवी कैंमरों का चेक करने पर अपहरण हुये बच्चे को ढूढने में काफी सहायता मिली।*

    *महासमुन्द पुलिस के द्वारा आम जनता से अपील है शहर/ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक अच्छी क्वालीटि का सीसीटीवी कैमरा लगवाये तथा अपने वाहनों के आगे व पीछे नम्बर प्लेट में अच्छी तरह से नम्बर लिखवाना सुनिश्चित करें ताकि होने वाले गंभीर अपराधों को आम जनता की सहायता से रोका जा सके।*