जैसा कि आप सभी जानते है कि बाज़ सभी पक्षियो का राजा होता है जिसकी उम्र लगभग 70 वर्ष तक होती है. लेकिन बाज़ के जीवन में एक ऐसा मुश्किल वक्त आता है जब उसका जीवन दाव पर लगा होता है. जब बाज़ 40 साल का हो जाता है तब उसके पंख काम करना बंद कर देते है जिससे वो उड़ नहीं पाता.
उसके नाखून कमजोर पड़ जाते है जिससे वो शिकार को पकड़ भी नहीं पाता और उसकी चोंच भी कमजोर पड़ जाती है जिससे वो शिकार को मुँह में भी नहीं दबा पाता. ये वक्त बाज़ के जीवन का सबसे बुरा वक्त होता है बाज़ के पास 2 ऑप्सन होते है पहला की बाज़ खुद को बूढ़ा घोषित कर दे और अपने मरने का इंतज़ार करें
और दूसरा ऑप्सन ये कि वो अपने पंख, चोंच और नाखून को तोड़ दे ताकि कुदरत उसे दुबारा नए पंख, चोंच और नाखून दे सके. आपको जान कर हैरानी होगी बाज़ दूसरे ऑप्सन को चुनता है बाज़ अपनी चोंच और नाखून को पत्थर से मार मार का तोड़ देता है और जब कुदरत उसे दुबारा नई चोंच और नाखून देती है तो वो अपने नाखून से अपने दोनों पंखों को तोड़ देता है ताकि उसे नए पंख मिल सके.
6 महीने दर्द सहने के बाद प्रकृति उसे नए पंख, चोंच और नाखून देती है जिससे अब वो बचे हुए 30 साल फिर से नया जीवन शुरू करता है. इस 6 महीने में बाज़ को बेहद तकलीफ होती है उसके शरीर से खून आने लगता है लेकिन वो फिर भी हिम्मत नहीं हारता क्योंकि वो जानता है ये 6 महीने का दर्द आने वाले 30 साल तक उसकी ताकत बन कर उसके साथ रहेगा.
`बाज़ के जीवन से हमें 2 बातें सीखने को मिलती है.`
*पहली सीख-* यदि जीवन में खराब समय आ गया है सब कुछ बरवाद हो चुका है तो उसके लिए रोने का कोई अर्थ नहीं है अपनी खराब situation को accept कीजिए और पूरी जान लगा कर कोई दूसरी शुरुआत कीजिए जिससे आपका जीवन बेहतर हो सके क्योंकि 1 बात को लेकर आप कितने भी साल बैठे रहिए यदि आप उसे बदल नहीं सकते तो उसे accept कर लीजिए.
*दूसरी सीख-* एक बार यदि आप अपने काम मे कुछ साल मेहनत करके दर्द सह लोगे तो आने वाले समय में वही दर्द आपकी सबसे बड़ी ताकत बनेगा. अभी कुछ साल अपने काम में जी तोड़ मेहनत कीजिए फिर देखिये आने वाले समय में आपके पास सब कुछ होगा और आप एक बेहतरीन जीवन जी रहे होंगे. हिम्मत कीजिए और अभी के अभी शुरुआत कीजिये.