राष्ट्रीय प्रेस दिवस की सभी पत्रकारों को दी संगठन के पदाधिकारियों ने वधाई
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा सुरक्षित पत्रकारिता के विषय पर एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई, जिसमें संगठन से जुड़े सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।
अध्यक्ष डॉ. अनुराग सक्सेना ने कहा कि आज पत्रकारिता करना एक जोखिम भरा कार्य बन गया है, इसलिए हर पत्रकार को अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करना चाहिए।
बिहार से जुड़े कुणाल भगत ने कहा कि आए दिन पत्रकारों पर हमले बढ़ रहे हैं, ऐसे में पत्रकारों को चाहिए कि वे किसी भी विषय पर रिपोर्टिंग से पहले उसका गहन अध्ययन करें, बिना दिखावे के ठोस सबूत इकट्ठा करें और तभी प्रकाशन करें, ताकि उनके पास अपनी मजबूती बनी रहे। उन्होंने सतर्क पत्रकारिता पर विशेष जोर दिया।
उत्तर प्रदेश से बी. त्रिपाठी ने बताया कि अक्सर पत्रकारों पर अनावश्यक मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, जो चिंताजनक है। वहीं वरिष्ठ पदाधिकारी सलमान खान ने कहा कि अब पत्रकारों को घिसी-पिटी परंपरागत शैली से हटकर, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्टिंग पत्रकारिता के माध्यम से आपराधिक मामलों में ठोस सबूत एकत्र करने चाहिए, जिससे वे सुरक्षित रह सकें।
बैठक के अंत में संस्था के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. आर. सी. श्रीवास्तव ने सभी पत्रकारों से अपील की कि वे संगठित रहें और जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया को मजबूत बनाएं, ताकि संगठन उनकी समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठा सके।







