क्षेत्र के जनता चाह रही है इस बार बदलाव
दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा क्षेत्र 2008 में परिसीमन में पाटन विधानसभा और धमधा को मिलाकर अहिवारा विधानसभा क्षेत्र का गठन हुआ इसके बाद से यहां भाजपा का कब्जा रहा है। इस विधानसभा को अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित किया गया हैं। यह जिले के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र में से एक है। वर्ष 2008 में भाजपा के डोमनलाल कोसेवाड़ा यहां से पहले विधायक चुने गए थे। डोमनलाल कोसेवाड़ा को 57756 एवं कांग्रेस प्रत्याशी ओनी महिलांग को 45126 मत प्राप्त हुआ था। 2013 में ही भाजपा से सांमलाराम डाहरे को यहां से विधायक चुने गए 2018 में भाजपा यहां से फिर से समलाराम डाहरे को टिकट दिया गया था । जो कांग्रेस से गुरु रुद्र कुमार ने वर्तमान विधायक सामलाराम डाहरे को 31687 वोटो के अंतर से हराया । गुरु रुद्र कुमार को इसके बाद छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री में बनाया गया। इस बार इस सीट पर कांटे का मुकाबला होगा। कांग्रेस यहां से भिलाई चरोदा महापौर निर्मल कोसरे के मौका दिया है। भाजपा से इस सीट पर डोमन लाल कोसेवाड़ा पर एक बार फिर भरोसा जताया है ।दुर्ग जिले का बड़ा विधानसभा हैं इस सीट के प्रथम विधायक डोमनलाल कोसेवाड़ा रह चुके हैं । इस विधानसभा में सतनामी समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है। इसके अलावा साहू, कर्मी समाज एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी है।