रामानुजनगर एक परिवार के चार लोगों का फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी होने की पुष्टि के बाद भी अब तक संबंधितों के खिलाफ थाने में एफआईआर नहीं कराई गई है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ग्राम नारायणपुर के आवेदक लालुउद्दीन पिता नवाब अली अंसारी के 4 पुत्रों अहमद रजा अंसारी, अंजुम परवीन, जमाल रजा अंसारी व जावेद रजा अंसारी का फर्जी पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाणपत्र जारी किया गया था। इसका शिकायत मौखिक रूप से कुछ ग्रामीणों द्वारा एसडीएम से की गई थी। फिर जांच में पाया गया कि आरोपी लालुउद्दीन द्वारा दाखिल खारिज पंजी की प्रतिलिपि में कूटरचना कर मुसलमान के स्थान पर मोमिन जुलाहा लिखकर आवेदन सहित अन्य दस्तावेज संलग्न किया गया था, इस आधार पर नायब तहसीलदार
उपतहसील देवनगर द्वारा अस्थाई जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया था। तत्पश्चात स्थाई जाति प्रमाण पत्र के लिए एसडीएम कार्यालय में आवेदन किया गया, यहां भी पैसे का लेनदेन कर उसने स्थाई पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। जैसे ही इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी उन्होंने तत्काल एसडीएम से इसकी शिकायत मौखिक रूप से की। इस पर एसडीएम अजय मोड़ियम ने जांच कराई तो पाया कि दस्तावेजों में कूटरचना की गई है। इस पर एसडीएम ने सभी जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिए थे। इसके बावजूद संबंधितों के खिलाफ अब तक एफआईआर नहीं कराई गई है। इस संबंध में एसडीएम एसडीएम अजय मोड़ियम ने कहा कि जांच पूरी कर ली गई है। सभी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है। साथ ही सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी तथा संलग्न कर्मचारियों पर भी कार्यवाही होगी।