भिलाई छगं : भिलाई इस्पात संयंत्र एससी एसटी इम्प एसोसिएशन भिलाईप कृ सस्था द्वारा 09 विश्व आदिवासी दिवस की यादगार में 10 अगस्त 2024 को डां बाबा साहेब अम्बेडकर भवन सेक्टर 06 भिलाई में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मान् महादेव कावरें कमिश्नर रायपुर छगं शासन, मान् श्री जी आर राणा पूर्व अध्यक्ष अनुसुचित जनजाति आयोग छगं, मान् बीएल ठाकुर आई ए. एस


. सेवानिवृत्त पूर्व अध्यक्ष छगं लोक सेवा आयोग, विशेष अतिथि मान् हिरा लाल नायक पूर्व आइएस अधीकारी छगं, मान् सुनिल रामटेके सरक्षकं एससी एसटी इम्प एसोसिएशन भिलाई, अतिथि मान् श्रीमती यशेशवरी ध्रुव प्रोफेसर गल्स् कालेज दूर्ग, श्रीमती चन्द्र कला तारम प्रतिनिधि जजों लिगों महिला प्रभाग भिलाई, मान् राम आशिष गौतम सरक्षकं सतं रवि दास परिवार सघं भिलाई, कार्यक्रम की अध्यक्षता मान् आनदं रामटेके अध्यक्ष भिलाई इस्पात संयंत्र एससी एसटी इम्प एसोसिएशन भिलाई के उपस्थिति में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ बाबा साहेब अम्बेडकर भवन स्थापित महापुरुष को नमन करते हुए लोक सस्कृति कार्यक्रम के साथ लोक नृत्य प्रस्तूति रामनगर भिलाई की टीम की उपस्थित में प्रारंभ हुआ। 09 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्य अतिथि मान् महादेव कावरें जी ने सयुंक्त राष्ट्र संघ का उदाहरण देते हुए कहा कि 23 दिसम्बर 1994 को जनरल एसम्बली में रिजोल्यूशन सं.49/214 के तहत निर्णय लिया गया कि सम्पूर्ण विश्व में इसी दिन को प्रत्येक वर्ष 09 अगस्त को मनाया जायेगा। व 09 अगस्त का दिन इसलिए तय किया गया कि 1982 में इसी दिन आदिवासी की रक्षा व उन्नति के लिए सयुंक्त राष्ट्र सघं द्वारा आदिवासी के लिए बनाये गये वर्किंग ग्रुप की प्रथम बैठक हुई थी। जिससे इस पर्व को उल्लास के साथ मनाया जाता है जो आदिवासी समाज में उर्जा प्रदान करता है। माननीय जी.आर . राणा अनुसुचित जन जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह बड़ी खुशी का विषय है कि भिलाई में पहली बार भिलाई इस्पात संयंत्र एससी एसटी इम्प एसोसिएशन भिलाई द्वारा सभी समाज को एकत्रित कर एकता के रुप 09 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस मनाकर सगठनं शक्ति मजबूत बनाय रखने व अपनी अहम भूमिका निभा रहा है, यह हमारे लिए मिल पत्थर साबित हो गया। तथा अपनी प्रसाशनिक कार्या काल में सेवायें देते अपने अनुभव बताते हुए कहा कि अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति आयोग में हमारे मुलभुत सै वैधानिक अधीकार प्राप्त है, आयोग में अनुसुचित जाति या अनुसुचित जन जाति वर्गो के अधीकार सुरक्षित है, आयोग के माध्यम से होने वाले अन्याय अत्याचार पर अकुश लगाने आयोग सक्षम होता है। विशेष अतिथि बतोर मान् बी.एल. ठाकुर सेवानिवृत्त छगं लोक सेवा आयोग ने भी 09 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर अपने विचार रखें कहा कि इस देश में हक़ व अधीकार के लिए हमारे पुर्वजों न जो लड़ाई व सघर्ष किया, इसी का परिणाम है कि आज हम एक सूत्रीय कार्यक्रम के तहत पुरे देश में यह हर्ष उल्लास विश्व आदिवासी दिवस मना रहे। लेकिन वर्तमान समय परस्थितियों को देखते हुए सघर्ष के लिए तत्पर रहना होगा, तभी हम अपने सै वैधानिक अधिकार को बचाने में सफल हो सकेंगे। विशेष अतिथि मान् हिरा लाल नायक पूर्व आएएस रह चुके अधीकारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में हमें भारतीय सविधानं के तहत प्रदत अधीकार के लिए सतत् जागरूक होना आवश्यक है, चूंकि वर्तमान समय हमे हर चुनौतियों हमारे सामने है। भारतीय सविधानं है तो हमारे मौलिक अधिकार सुरक्षित है, हम सुरक्षित है।
विशेष अतिथि के रूप में सस्था के सरक्षकं व आल इंडिया एससी एसटी इम्प फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मान् सुनिल रामटेके ने बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हमें अपने पुरखों के बलिदान एवम् उनके सघर्ष को याद दिलाता है, वर्तमान में जिस प्रकार से देश के हालात अनुसुचित जाति व अनुसुचित जनजाति एवम् ओबीसी वर्ग के अधीकारों का हनन किया जा रहा है, आज हम सब सगठीतं होकर ही मुह तोड़ जवाब दे सकते हैं। कार्यक्रम में अतिथि के रूप मान् श्रीमती यशेशवरी ध्रुव प्रोफेसर गल्स् कालेज दुर्ग ने विश्व आदिवासी दिवस का कि आज दिन तब ही सार्थक होगा की आगे आने वाली युवा पीढ़ी व युवाओं को अच्छी अच्छी शिक्षा दे, एवम् शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर करें, ताकि शिक्षित वर्ग अधं विश्वास, आडम्बरों जैसी कु प्रथाएं को त्यागने पर सफल हो सकें। तभी हमारा बहुजन आदिवासी समाज समग्रता व विकास की ओर अग्रसर होगा। अतिथि तौर श्रीमती चन्द्र कला तारम, आदिवासी समाज की मिशाल नारी शक्ति के माध्यम से अपने क्रांतिकारी विचार रखें व कहा कि 09 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस को आधी आबादी विख्यात महिला देश में व्याप्त विषमता रुपी व्यवस्था को दुर करने सक्षम है, चाहे व शिक्षा, आडम्बरों जैसी व्यवस्था क्यु न हो। अतिथि के रूप में मान् राम आशिष गौतम सरक्षकं सतं रवि दास समाज परिवार सघं ने भी विचार रखें उन्होंने महापुरुष के योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता, उनका सघर्ष हमें आगे बढने की प्रेरणा प्रदान करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सस्था के अध्यक्ष आनदं रामटेके ने सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व आदिवासी दिवस हमे एससी एसटी ओबीसी वर्ग को वर्तमान समय में देखते हुए जागृत दिवस के रूप में मनाने की आवश्यकता है, जिससे इस देश का आदिवासी ही नहीं बल्कि मूल निवासी अपने हक़ व अधीकार के जाग्रति हो सकें।समापन के समय आये हुए सम्मानितअतिथि को एसोसिएशन की ओर से सम्मानित करते हुए प्रतिक चिन्ह भेंट किया गया।कार्यक्रम का सचालनं एसोसिएशन के महासचिव सतोषं कुमार ठाकुर ने किया एवम् उपस्थित आये हुए अतिथियों का आभार प्रकट एसोसिएशन के कार्यकारिणी अध्यक्ष दीनानाथ प्रसाद ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भिलाई दुर्ग की अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति, ओबीसी वर्ग के सामाजिक सस्था के जन प्रतिनिधि सहित 25 सामाजिक के प्रमुखों सहित सैकड़ों की सख्या लोग उपस्थित हुए।