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मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद ने किया अपने मताधिकार का प्रयोग, प्रदेशवासियों से की मतदान की अपील

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नगरीय निकाय निर्वाचन 2025

रायपुर, 11 फरवरी 2025/मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद ने आज रायपुर नगर निगम महापौर एवं वार्ड पार्षद निर्वाचन के लिए देवेंद्र नगर स्थित मतदान केंद्र में सपरिवार पहुंचकर मतदान किया। उन्होंने प्रदेशवासियों से लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती नागरिकों की भागीदारी पर निर्भर करती है, और प्रत्येक मतदाता का वोट क्षेत्र के विकास की दिशा तय करता है। श्री दयानंद ने कहा कि मतदान न केवल हमारा अधिकार है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है, जिससे हम अपने शहर और प्रदेश के भविष्य का निर्धारण करते हैं। उन्होंने युवाओं और प्रथम बार मतदान कर रहे नागरिकों से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे अपने मताधिकार का अवश्य प्रयोग करें।


छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम कुंभ कल्प के स्वागत के लिए तैयार – मुख्यमंत्री श्री साय

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शिवरीनारायण मेला: मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से आस्था पर्व में सहभागिता की अपील की

रायपुर 11 फरवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को राजिम कुंभ कल्प और शिबरीनारायण मेले की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 12 फरवरी से महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के त्रिवेणी संगम पर प्रारंभ हो रहा राजिम कुंभ कल्प न केवल छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है, बल्कि इसकी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का जीवंत संगम भी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजिम, जिसे ‘छत्तीसगढ़ का प्रयाग’ कहा जाता है, सदियों से श्रद्धालुओं और संत समाज के लिए आस्था का केंद्र रहा है। राज्य सरकार ने राजिम माघी पुन्नी मेले को पुनः उसके मूल स्वरूप में प्रतिष्ठित करते हुए “राजिम कुंभ कल्प” का नाम दिया है। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर के संरक्षण व संवर्धन का महत्वपूर्ण प्रयास है।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम कुंभ कल्प के स्वागत के लिए तैयार है। राजिम कुंभ कल्प में संत-समागम, धार्मिक प्रवचन, लोक संस्कृति के विविध रंग और आध्यात्मिक चेतना की अनूठी झलक देखने को मिलेगी। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आसपास के राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि माघ पूर्णिमा के अवसर पर शिवरीनारायण में महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के पावन संगम पर मेले का आयोजन होता है, जो श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये आयोजन प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और आध्यात्मिक चेतना को सशक्त करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।

मुख्यमंत्री ने इन आस्था पर्वो में श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान करते हुए सभी के लिए सुख-समृद्धि और मंगलमय जीवन की कामना की है।


सनातन धर्म के उत्थान और सामाजिक जागरूकता में गहिरा गुरु संत समाज की है महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

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ग्राम गहिरा में श्री विष्णु महायज्ञ में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री साय: सामूहिक विवाह में नवविवाहित जोड़ों को दिया आशीर्वाद

रायपुर, 11 फरवरी 2025 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा क्षेत्र स्थित ग्राम गहिरा के संत गहिरा गुरु आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने परम पूज्य गहिरा गुरु जी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया और श्री विष्णु महायज्ञ में सम्मिलित होकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने संत गहिरा गुरु जी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ग्राम गहिरा से उनका गहरा आत्मीय संबंध रहा है, यह पूज्य संत गहिरा गुरु जी की जन्मस्थली और एक पवित्र धाम है। उन्होंने स्मरण किया कि पहली बार रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद बनने का सौभाग्य भी उन्हें इसी पवित्र भूमि के आशीर्वाद से प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में सांसदों को अपने क्षेत्र के किसी एक गांव को गोद लेकर विकास कार्य करने के लिए कहा गया था, तब उन्होंने ग्राम गहिरा को चुना और यहां विकास कार्य किए, हालांकि कुछ कार्य अधूरे रह गए थे। मुख्यमंत्री के रूप में पुनः ग्राम गहिरा आने पर उन्होंने कहा कि शायद यह उन्हीं अधूरे कार्यों को पूरा करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने गहिरा गुरु संत समाज द्वारा सनातन धर्म और सामाजिक उत्थान में किए जा रहे योगदान की सराहना करते हुए कहा कि एक समय ऐसा था जब जनजातीय समुदाय में धर्मांतरण, सामाजिक बुराइयाँ और व्यसन बढ़ रहे थे, तब संत गहिरा गुरु जी ने समाज सुधार का बीड़ा उठाया, गांव-गांव में यज्ञ कराए, रामचरितमानस के पाठ करवाए और समाज को आध्यात्मिक रूप से जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आज यह संस्था पूरे प्रदेश में सनातन धर्म को सुदृढ़ करने, समाज को जागरूक करने और संस्कृत की शिक्षा को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस बात की भी प्रशंसा की कि संस्था के माध्यम से जनजातीय समुदाय के बच्चे संस्कृत में अध्ययन कर रहे हैं और सनातन संस्कृति के संवर्धन में एक सराहनीय पहल करते हुए विद्यालय व महाविद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया था, जिसके प्रमाण आज भी प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विद्यमान हैं। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ के लिए प्रदेशवासियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं के ठहरने की संपूर्ण व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में सतत विकास और सुशासन को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे प्रत्येक नागरिक को समृद्धि और सुशासन का लाभ मिले।

मुख्यमंत्री श्री साय ग्राम गहिरा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए और नवविवाहित जोड़ों से परिचय प्राप्त कर उन्हें मंगलमय दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संत गहिरा गुरु जी के आशीर्वाद से सुशासन और विकास का कार्य निरंतर जारी है। हमारी सरकार राज्य की संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए दृढ़संकल्पित हैं।

इस अवसर पर संत समाज संस्था अध्यक्ष श्री बबरूवाहन महाराज, सचिव श्री खीरेंद्र महाराज, रवि भगत, शान्ता भगत, मनोज सतपती, भास्कर बेहरा, मधुकर सिंघानिया एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।


छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य संकेतकों में अभूतपूर्व सुधार – केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा

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केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में स्थापित कर रहा है नए मानक – मुख्यमंत्री श्री साय

आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में अपूर्व योगदान के लिए मुख्यमंत्री श्री साय ने केंद्र सरकार के प्रति जताया आभार

रायपुर, 9 फरवरी 2025: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने संसद में दिए अपने वक्तव्य में बताया कि भारत में मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और अंडर-फाइव मृत्यु दर में गिरावट की दर वैश्विक गिरावट की दर से दोगुनी से अधिक रही है। उन्होंने कहा कि यह सफलता स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा में स्वास्थ्य संकेतकों में अभूतपूर्व सुधार दर्ज किया गया है। इन क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण यह सुधार संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अपनाई गई बहुआयामी रणनीतियों ने इस सुधार को गति दी है और इन प्रयासों को स्थाई बनाने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार किया जाएगा।

केंद्र और राज्य के सहयोग से छत्तीसगढ़ में नया बदलाव

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि को केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग का प्रमाण बताते हुए कहा कि यह बदलाव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा की प्रभावी रणनीतियों के परिणामस्वरूप संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदेश के सबसे दूरस्थ इलाकों तक भी पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में माताओं और शिशुओं की देखभाल में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया है, बल्कि आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ और सुलभ बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में केंद्र सरकार से अतुलनीय सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए नए स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, अत्याधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।


छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य संकेतकों में अभूतपूर्व सुधार – केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा

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केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से छत्तीसगढ़ मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में स्थापित कर रहा है नए मानक – मुख्यमंत्री श्री साय

आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में अपूर्व योगदान के लिए मुख्यमंत्री श्री साय ने केंद्र सरकार के प्रति जताया आभार

रायपुर, 9 फरवरी 2025: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने संसद में दिए अपने वक्तव्य में बताया कि भारत में मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और अंडर-फाइव मृत्यु दर में गिरावट की दर वैश्विक गिरावट की दर से दोगुनी से अधिक रही है। उन्होंने कहा कि यह सफलता स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि बीजापुर, कोंटा, नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा में स्वास्थ्य संकेतकों में अभूतपूर्व सुधार दर्ज किया गया है। इन क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण यह सुधार संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अपनाई गई बहुआयामी रणनीतियों ने इस सुधार को गति दी है और इन प्रयासों को स्थाई बनाने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार किया जाएगा।

केंद्र और राज्य के सहयोग से छत्तीसगढ़ में नया बदलाव

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि को केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग का प्रमाण बताते हुए कहा कि यह बदलाव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा की प्रभावी रणनीतियों के परिणामस्वरूप संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदेश के सबसे दूरस्थ इलाकों तक भी पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में माताओं और शिशुओं की देखभाल में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया है, बल्कि आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ और सुलभ बनाने के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में केंद्र सरकार से अतुलनीय सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए नए स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, अत्याधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।


आयुष्मान योजना अंतर्गत फर्जी दावे करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई

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आयुष्मान योजना अंतर्गत फर्जी दावे करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई

रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण : 15 अस्पतालों का पंजीयन निरस्त

रायपुर, 10 फरवरी 2025/छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत फर्जी दावों पर सख्त कार्रवाई करते हुए रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण किया। जांच के बाद 15 अस्पतालों का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया, जबकि 4 अस्पतालों को 6 माह के लिए, 4 को 3 माह के लिए निलंबित किया गया और 5 अस्पतालों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट समय-समय पर फर्जी दावों की पहचान कर ट्रिगर भेजती रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ शासन ने विस्तृत परीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राज्य नोडल एजेंसी ने संदिग्ध अस्पतालों की पहचान कर राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने प्रत्येक दिन दो अस्पतालों की गहन भौतिक जांच की।

निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं के प्रमाण पाए जाने पर सभी 28 अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए और जवाब देने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। अस्पतालों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण समाधानकारक नहीं पाए गए, जिसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस कार्रवाई को जरूरी बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य प्रदेश के हर नागरिक को सुलभ और निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अनियमितता करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजनाओं की पारदर्शिता को लेकर पूरी तरह गंभीर है और जो भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। आयुष्मान योजना का लाभ केवल योग्य लाभार्थियों तक सही रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी सख्ती से निगरानी रखेगी और आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।


आयुष्मान योजना अंतर्गत फर्जी दावे करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई

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रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण : 15 अस्पतालों का पंजीयन निरस्त

रायपुर, 10 फरवरी 2025/छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत फर्जी दावों पर सख्त कार्रवाई करते हुए रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के 28 अस्पतालों का निरीक्षण किया। जांच के बाद 15 अस्पतालों का पंजीयन एक वर्ष के लिए निरस्त कर दिया गया, जबकि 4 अस्पतालों को 6 माह के लिए, 4 को 3 माह के लिए निलंबित किया गया और 5 अस्पतालों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट समय-समय पर फर्जी दावों की पहचान कर ट्रिगर भेजती रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ शासन ने विस्तृत परीक्षण कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राज्य नोडल एजेंसी ने संदिग्ध अस्पतालों की पहचान कर राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों में व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें डॉक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने प्रत्येक दिन दो अस्पतालों की गहन भौतिक जांच की।

निरीक्षण के दौरान अनियमितताओं के प्रमाण पाए जाने पर सभी 28 अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए और जवाब देने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। अस्पतालों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण समाधानकारक नहीं पाए गए, जिसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस कार्रवाई को जरूरी बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य प्रदेश के हर नागरिक को सुलभ और निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अनियमितता करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजनाओं की पारदर्शिता को लेकर पूरी तरह गंभीर है और जो भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। आयुष्मान योजना का लाभ केवल योग्य लाभार्थियों तक सही रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरी सख्ती से निगरानी रखेगी और आगे भी इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।


परीक्षा पे चर्चा” युवाओं और अभिभावकों को संबल देने वाली पहल – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छात्र छात्राओं के साथ सुनी “परीक्षा पे चर्चा” की आठवीं कड़ी

रायपुर 10 फरवरी 2025// प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी केवल देश की प्रगति की चिंता ही नहीं करते, बल्कि वे युवाओं से विशेष जुड़ाव रखते हैं। उनका यह प्रयास है कि भावी पीढ़ी सही निर्णय ले, जीवन की परीक्षाओं को आत्मविश्वास के साथ दे और देशहित में अपनी ऊर्जा का सर्वोत्तम उपयोग करे। प्रधानमंत्री की यह सोच “परीक्षा पे चर्चा” के माध्यम से मूर्त रूप लेती है, जो देश के करोड़ों छात्रों और उनके अभिभावकों को संबल प्रदान करने वाली पहल है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित “परीक्षा पे चर्चा” कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम शामिल होकर छात्र-छात्राओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वार्ता “परीक्षा पे चर्चा” को सुना। इसके उपरांत विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने बोर्ड सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी भयमुक्त और तनावरहित वातावरण में करने के लिए छात्र छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पिछले आठ वर्षों से लगातार परीक्षा के समय देश के विद्यार्थियों से संवाद कर रहे हैं और उन्हें मूल्यवान टिप्स दे रहे हैं। सालभर की मेहनत के बावजूद परीक्षा के समय तनाव और दबाव का अनुभव होना स्वाभाविक है, लेकिन प्रधानमंत्री की यह पहल इस समस्या को दूर करने में अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो रही है। प्रधानमंत्री न केवल छात्रों से संवाद करते हैं, बल्कि अपने अनुभवों के माध्यम से सफलता का मंत्र भी देते हैं। यह संवाद न केवल बच्चों बल्कि उनके अभिभावकों को भी बहुत कुछ सिखाता है। मुख्यमंत्री ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें, बल्कि परीक्षा के समय उनका मनोबल बढ़ाएं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा बच्चों को छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने, संतुलित आहार लेने, भरपूर नींद लेने और मानसिक शांति बनाए रखने की सलाह देते हैं। इस वर्ष उन्होंने “सूर्य स्नान” के महत्व पर भी चर्चा की, जिससे विद्यार्थियों को शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति प्राप्त होती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें नई प्रेरणा भी देते हैं।

मुख्यमंत्री ने साझा किए छात्र जीवन से जुड़े अनुभव

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर अपने छात्र जीवन से जुड़े प्रेरक अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि गांव में उनकी प्रारंभिक शिक्षा हुई और वे पढ़ाई में हमेशा अच्छे रहे। लेकिन बचपन में ही पिता के निधन ने जीवन में कई चुनौतियाँ प्रस्तुत कीं, जिससे उन्होंने बहुत कुछ सीखा। उन्होंने आगे बताया कि उनकी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी और शिक्षक उसे अन्य विद्यार्थियों के लिए उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान आत्मविश्वास बनाए रखना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि तनाव तो स्वाभाविक है, लेकिन जब हमें अपनी तैयारी पर भरोसा होता है, तो हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान रायपुर के मयाराम सुरजन शासकीय स्कूल की छात्रा युक्तामुखी साहू ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का अनुभव मुख्यमंत्री श्री साय के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान उन्हें प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछने का अवसर मिला, जो उनके लिए अविस्मरणीय क्षण था। युक्तामुखी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके प्रश्न का उत्तर देते हुए सकारात्मक रहने और छोटी-छोटी खुशियों में आनंद खोजने का मंत्र दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि हमारे प्रदेश से 20 लाख से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए आवेदन किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि “परीक्षा पे चर्चा” केवल परीक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि यह युवाओं के मानसिक विकास और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली एक सशक्त पहल है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को, बल्कि अभिभावकों को भी उनके मार्गदर्शन और सहयोग की दिशा में नई दृष्टि प्रदान करता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस संवाद को अत्यंत प्रेरणादायक बताते हुए विद्यार्थियों को परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक श्री संजीव कुमार झा, संचालक शिक्षा श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा सहित शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से पोलैंड की विदेशी मामलों की समिति के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात।

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मुख्यमंत्री ने पोलैंड सहित अन्य यूरोपीय देशों के निवेशकों को छत्तीसगढ़ में निवेश का दिया न्योता

छत्तीसगढ़ के नैसर्गिक सौंदर्य एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी से प्रभावित हुआ पोलैंड का संसदीय दल

रायपुर 10 फरवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह और राजकीय गमछा भेंट किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत,खनिज भंडार, वन संपदा व पर्यटन सहित अन्य विशेषताओं की जानकारी देते हुए राज्य में आर्थिक निवेश के विषय में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ तेजी से आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है। हमारे द्वार निवेशकों के लिए खुले हैं, यहां उद्योगों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने पोलैंड सहित अन्य यूरोपीय देशों के निवेशकों को भी छत्तीसगढ़ में औद्योगिक निवेश के लिए आमंत्रित किया। छत्तीसगढ़ के नैसर्गिक सौंदर्य एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की जानकारी से पोलैंड का संसदीय दल बहुत प्रभावित हुआ।

पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष श्री पावेल कोवल ने कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ में आकर बहुत अच्छा लगा। वे कल पुरखौती मुक्तांगन गए, जहां छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक देखने को मिली। पिछले साल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पोलैंड की यात्रा की थी। लगभग 45 वर्षों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पोलैंड आये। इस यात्रा के बाद पोलैंड और भारत के रिश्ते और मजबूत हुए हैं। इसी तारतम्य में हम भारत के विभिन्न राज्यों की यात्रा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ और पोलैंड के मध्य आपसी सहयोग की बहुत संभावनाएं हैं। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ की यह यात्रा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में दल के आत्मीय स्वागत के लिए सभी का आभार जताया।

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान कहा कि पिछले वर्ष प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पोलैंड की यात्रा की थी। यह 45 वर्ष बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सभी देशों से अच्छे सम्बंध कायम कर रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि पोलैंड की विदेशी मामलों की संसदीय समिति ने छत्तीसगढ़ यात्रा कर यहां निवेश की संभावनाओं में रुचि दिखाई है। हम आप सभी का राज्य में स्वागत करते हैं। पोलैंड के जो निवेशक छत्तीसगढ़ में आर्थिक निवेश करना चाहते हैं उन्हें हम सभी प्रकार की सहयोग और सहूलियत प्रदान करेंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को छत्तीसगढ़ के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य निर्माण के बाद अभी तक 25 वर्षों की यात्रा में छत्तीसगढ़ ने अभूतपूर्व उन्नति की है। छत्तीसगढ़ देश का नौवां सबसे बड़ा राज्य है। देश के विकास में छत्तीसगढ़ महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यहां प्रचुर मात्रा में खनिज भंडार और वन संपदा है। उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार ने प्रदेश में लागू की गई नवीन औद्योगिक नीति के बारे में जानकारी दी। इस दौरान छत्तीसगढ़ की अधोसंरचना और सांस्कृतिक विरासत तथा पर्यटन पर संक्षिप्त पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया गया।

 इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिवद्वय श्री पी दयानंद, श्री मुकेश बंसल, संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य उपस्थित थे।

विष्णु देव साय सरकार के नेतृत्व में नक्सल उन्मूलन की नई इबारत: 985 आत्मसमर्पण, 1177 गिरफ्तार

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रायपुर, 10 फरवरी 2025: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नक्सल उन्मूलन के प्रयासों में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है। सरकार द्वारा लागू की गई प्रभावी नीतियों और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण ने राज्य में स्थायी शांति और सुरक्षा का माहौल बनाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में प्रदेश में बीते 13 महीनों में 305 नक्सली मारे जा चुके हैं, 1177 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 985 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। यह आंकड़े न केवल सरकार की प्रतिबद्धता और कुशल रणनीति को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी प्रमाणित करते हैं कि छत्तीसगढ़ नक्सल हिंसा से मुक्त होकर शांति और विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नक्सल समस्या केवल सुरक्षा बलों की कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक और विकासात्मक चुनौती भी है। उनकी सरकार ने इस समस्या को एक समग्र दृष्टिकोण से हल करने का प्रयास किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए पुनर्वास योजनाएं तैयार की गई हैं, जिनमें उन्हें रोजगार, आर्थिक सहायता और समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। यह पुनर्वास नीतियां न केवल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास कर रही हैं, बल्कि समाज में भी शांति और विश्वास का माहौल बना रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 1177 नक्सलियों की गिरफ्तारी राज्य सरकार की मजबूत सुरक्षा नीति का परिणाम है। राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों को अत्याधुनिक उपकरण, उन्नत प्रशिक्षण और बेहतर समन्वय से लैस किया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि नक्सल संगठनों की गतिविधियों को जड़ से खत्म किया जा सके। गिरफ्तार किए गए नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, जिससे राज्य में न्याय और कानून व्यवस्था मजबूत हो सके।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता न केवल नक्सलियों को हथियार डालने के लिए प्रेरित करना है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि वे समाज में पुनः जुड़कर सम्मानजनक जीवन जी सकें। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, जिनके तहत उन्हें रोजगार और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया है। इन क्षेत्रों में विकास कार्यों ने न केवल स्थानीय जनजातीय समुदायों का विश्वास बढ़ाया है, बल्कि युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए भी प्रेरित किया है। इन विकास कार्यों का असर यह हुआ है कि अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र धीरे-धीरे शांति और समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार ने नक्सल समस्या को सुलझाने में अधिक प्रभावी और दूरगामी दृष्टिकोण अपनाया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी सरकार छत्तीसगढ़ को न केवल नक्सल मुक्त बनाना चाहती है, बल्कि इसे शांति और विकास का प्रतीक राज्य भी बनाना चाहती है। नक्सल उन्मूलन के लिए सरकार की दीर्घकालिक योजनाओं में औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करना, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना और युवाओं के लिए कौशल विकास के अवसर बढ़ाना शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार ने नक्सल समस्या के समाधान के लिए एक समग्र और प्रभावी दृष्टिकोण अपनाया है। 985 आत्मसमर्पण और 1177 गिरफ्तारियों के आंकड़े यह साबित करते हैं कि राज्य न केवल शांति की ओर बढ़ रहा है, बल्कि विकास के नए आयाम भी स्थापित कर रहा है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ को नक्सल हिंसा से मुक्त कर स्थायी शांति और समृद्धि की ओर ले जाने का सशक्त प्रमाण है।