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IED ब्लास्ट में सभी शहीद कि शरीर छिन्नभिन्न हो गये थे।

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🟦 सूचना जानकारी
🟦 जिला :दंतेवाड़ा/बीजापुर
🟦 अंबेली आईईडी ब्लास्ट अपडेट
🟦 दिनांक 09.01.2025

⬛ दिनांक 03.01.2025 को नक्सल विरोधी सर्च अभियान में चार जिलों की डीआरजी के साथ एसटीएफ की संयुक्त पार्टी दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी।

⬛ दिनांक 06.01.2025 को गश्त सर्चिंग से वापसी के दौरान नक्सलियों द्वारा डीआरजी दंतेवाड़ा के एक चारपहिया वाहन को IED ब्लास्ट कर दिया गया था जिसमें डीआरजी दंतेवाड़ा के 8 जवान और एक सिविलियन ड्राइवर तुलेश्वर राणा शहीद हो गये थे।

⬛ IED ब्लास्ट में सभी शहीद कि शरीर छिन्नभिन्न हो गये थे।

⬛दिनांक 6 जनवरी 2025 को जिला बीजापुर अंतर्गत हुए IED विस्फोट की घटना में शहीद 08 जवानों एवं वाहन चालक के पार्थिव शरीर को दिनांक 7 जनवरी 2025 को जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा में अंतिम सलामी देकर ससम्मान विदाई दी गई थी ।

⬛ विगत तीन दिनों से घटनास्थल के आस पास सुरक्षा बलों एवम गोताखोर टीम के द्वारा गहन सर्चिंग अभियान जारी था कि सर्चिंग के दौरान कल दिनांक 08.01.2025 को डीआरजी बल को सिविलियन ड्राइवर तुलेश्वर राणा के पार्थिव शरीर के एक और अवशेष अंबेली नाला में मिले जिन्हें विधिक कार्यवाही तथा फॉरेंसिक कार्यवाही पूरी करने के पश्चात धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार कार्यवाही हेतु आज दिनांक 09.01.2025 के परिजनों के सुपुर्द किया गया।

⬛ घटना स्थल को सुरक्षित रखते हुए, घटना स्थल से समस्त भौतिक साक्ष्यों को एकत्रित किया जा रहा हैl


मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भगवान झूलेलाल की पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली और समृद्धि की कामना की

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चकरभाठा में सिंधु अमर धाम के चालिहा उत्सव में हुए शामिल

रायपुर, 09 जनवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय बिलासपुर के चकरभाठा में पूज्य सिंधु समाज द्वारा आयोजित चालिहा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने भगवान झूलेलाल की पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ राज्य की सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। उन्होंने इस अवसर पर पूज्य सिंधु अमरनाथ आश्रम के संत श्री सांई लाल दास साहेब को नमन करते हुए उनका अभिनंदन किया। श्री साय ने कहा कि पूज्य संत लाल दास जी ने 40 दिन का उपवास रखा है,उससे प्रदेश में खुशहाली आएगी। तप, पूजा पाठ यही हम सबकी ताकत है। श्री साय ने कहा कि वरुण अवतार भगवान झूलेलाल जी का अवतरण भी 40 दिन के सामूहिक तप के बाद हुआ। साईं लाल दास साहेब उसी परम्परा को आगे बढ़ा रहे है। सिंधी समाज धर्म प्रेमी सेवा भावी समाज है। इस अवसर पर विधायक श्री धरम लाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल सहित श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सिंधी समाज के लोग शिक्षित, समृद्ध एवं सेवाभावी होते है। अधिकांश समय वे समाज सेवा के काम में लगे रहते हैं। अपने पुरूषार्थ के बल पर उन्होंने देश में अच्छा मुकाम हासिल किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंधी समाज ने देश के विभाजन की विभीषिका को झेला है। अनेक कष्ट उठाने के बावजूद सिंधी समाज के लोगों ने हार नहीं मानी और अपनी जीवटता एवं आपसी सहयोग की बदौलत तरक्की के रास्ते पर आज भी निरंतर अग्रसर हैं।

विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि चकरभाठा स्थित पूज्य सिंधु अमर धाम के चालिहा उत्सव में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। उनका सेवा भाव देखने योग्य होता है। यहां आयोजित चिकित्सा शिविर में नामी-गिरामी चिकित्सक स्व-स्फूर्त रूप से अपनी सेवाएं देते हैं। श्री अमित चिमनानी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि पूज्य संत लाल दास साहेब का तप छत्तीसगढ़ के लोगो के जीवन में खुशहाली लाएगा। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री महादेव कावरे, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, श्री रामू रोहरा सहित बड़ी संख्या में सिंधी समाज के श्रद्धालु एवं गणमान्य नागरिक उत्सव में शामिल हुए।


मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से बेहतर हुई जशपुर जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं

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कैंसर के इलाज में कर्ज बोझ तले दबा था राम प्यारे का जीवन, दीर्घायु वार्ड में मिला निःशुल्क उपचार

दीनदयाल को कैंसर के उपचार के लिए अब नहीं करना पड़ता मीलों का सफर, मिल रहा निःशुल्क उपचार

रायपुर, 09 जनवरी 2025/
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से छत्तीसगढ़ के शासकीय अस्पतालों की सुविधाओं में लगातार विस्तार हो रहा है । मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों से राज्य के मरीजों का विश्वास सरकारी अस्पतालों के प्रति मजबूत हुआ है। जशपुर के रामप्यारे और दीनदयाल स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर अपनी कहानी बयान कर रहे हैं।

राम प्यारे को दीर्घायु वार्ड में मिला निःशुल्क उपचार

कैंसर का उपचार कराने में मेरी पूरी जमा पूंजी खत्म हो गयी घर बेचने तक की नौबत आ गयी, ऐसे में जिला अस्पताल का दीर्घायु वार्ड मेरे लिए संकटमोचक बना जहां मुझे निःशुल्क उपचार के साथ दवाइयां भी मिल रहीं हैं। ये कहना है राजापारा निवासी 60 वर्षीय रामप्यारे राम का। राम प्यारे शासकीय मॉडल स्कूल में भृत्य के पद पर कार्यरत हैं। कई सालों से उनके पेट में दर्द एवं जलन की शिकायत थी। प्रारम्भ में जब राम प्यारे ने अम्बिकापुर में निजी अस्पताल में जांच कराई तो पेट में अल्सर होने की बात कह कर चिकित्सकों ने ईलाज प्रारम्भ किया। दो साल तक उपचार होने के बाद आराम ना मिलने पर उन्होंने रायपुर के निजी अस्पताल में अपने ईलाज कराया। जांच में पता चला कि उन्हें अमाशय का कैंसर है। वहां से दूसरे निजी अस्पताल रेफर किया गया। जहां उनका एक साल तक उपचार चला। इस ईलाज में उनकी घर की सारी जमा पूँजी खत्म हो गयी। स्थिति ऐसी बनी कि उन्हें अपना घर बेचने तक की नौबत आ गयी थी। वे कर्ज के बोझ तले दबते चले गए। बच्चों ने जहां से बन पड़ा कर्ज लेकर ईलाज कराने की कोशिश की।

          ऐसे में उन्हें जिला अस्पताल में निःशुल्क उपचार के संबंध में जानकारी मिली। उन्होंने यहां पर अपना उपचार कराना प्रारम्भ किया। अब उन्हें ईलाज के लिए बार बार रायपुर के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। राम प्यारे बताते हैं कि उनके ईलाज में प्रति माह 90 हज़ार से 1 लाख तक हो जाते थे। ऊपर से आने जाने और अन्य खर्चें अलग से करना पड़ता था। यहां पर उपचार निःशुल्क हो जाता है और कहीं जाने के खर्च की भी जरूरत नहीं पड़ती। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं शासन का धन्यवाद दिया।

दीनदयाल की परेशानी में आशा की राह बना दीर्घायु वार्ड
कांसाबेल के कैंसर पीड़ित मरीज दीनदयाल यादव ने बताया कि उन्हें सितम्बर 2023 से कई शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। पहले जब जांच कराई तो हैड्रोसिल की समस्या का पहचान कर उसका ईलाज किया गया। पर शारीरिक व्याधि फिर भी बढ़ती रही पेट में सूजन हो गया। एक दिन वे घर पर काम करते हुए बेहोश हो गए तो 2-3 दिनों तक बेहोशी की हालत में कुनकुरी में ईलाज चलता रहा। जहां बीमारी का ज्ञान ना होने पर अम्बिकापुर में भी जांच हुई तो चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज रायपुर जाने की सलाह दी। जहां पर चिकित्सकों की जांच में किडनी का कैंसर होने की बात सामने आई।

            घर में राजमिस्त्री का कार्य कर पूरे घर की जिम्मेदारी अपने ऊपर उठाने वाले दीनदयाल की इस हालत से पूरे परिवार में डर का माहौल फैल गया था, पर डॉक्टरों ने समझाया की उन्हें आर्थिक बोझ ना हो इसके लिए वे अपने जिले में ही इसका उपचार करा सकते हैं। जब वे जशपुर आये तो दीर्घायु वार्ड में उनका निःशुल्क उपचार आयुष्मान कार्ड योजना द्वारा प्रारम्भ हुआ। दीनदयाल का जहां बिस्तर से उठना बोलना भी दूभर हो गया था। अब धीरे-धीरे वह ठीक होने लगे हैं वे अब खुद उठ कर बैठने की अवस्था में आ गए हैं। इसके लिए दीनदयाल एवं उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भी धन्यवाद दिया।

नामांतरण के लिए अब नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर

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सुगम एप के माध्यम से आसानी से होगा नामांतरण

रायपुर 9 जनवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर राज्य में नामांतरण की प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है। इसके लिए सुगम एप में यह सुविधा प्रदान की जा रही है। भूमि अथवा प्लॉट की रजिस्ट्री के साथ ही डाटा राजस्व विभाग को चला जाएगा, जहां से नामांतरण आसानी से हो जाएगा।
अभी प्रदेश में रोज तकरीबन आठ हजार संपत्तियों की रजिस्ट्री होती है, जिससे क्रेता द्वारा भूमि अथवा प्लॉट का नामांतरण कराने के लिए एक माह से 90 दिन तक इंतजार करना पड़‌ता है। इसके लिए तहसील और पटवारी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। इसे देखते हुए राजस्व विभाग अब तत्काल नामांतरण की सुविधा शुरू करने जा रहा है। इस पहल से राजस्व विभाग के साथ ही आवेदकों को भी सुविधा होगी।

राजस्व अधिकारियों का कहना है कि सुगम ऐप से रजिस्ट्री शुरू होने के बाद पूरी पादर्शिता के साथ रजिस्ट्री होगी। भुइंया रिकार्ड को सुगम ऐप से जोड़ा जा चुका है, जो रिकार्ड इसमें होगा उसके आधार पर ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया होगी। रजिस्ट्री में ही गड़बड़ी की सभी संभावनाओं को खत्म कर दिया जाएगा। ऐसे में राजस्व रिकार्ड सही होने पर ही रजिस्ट्री होगी और इसी रिकार्ड के आधार पर 24 घंटे के भीतर नामांतरण भी हो जाएगा। अभी रजिस्ट्री कराने के बाद नामांतरण कराने के लिए तहसील कार्यालय जाना पड़ता है और वहां आवेदन देना होता है, लेकिन अब आवेदन रजिस्ट्री कराने के साथ ही पटवारी और तहसीलदार के लागिन आइडी में फारवर्ड हो जाता है। संबंधित तहसीलदार के पास रजिस्ट्रीकर्ता का आवेदन डिस्प्ले होने लगता है। इससे समय की बचत होगी।


नगरीय निकायों के महापौर एवं अध्यक्ष पद के आरक्षण पर आपत्ती।

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भिलाई निवासी आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता अली हुसैन सिद्दीकी ने छत्तीसगढ़ नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के संचालक सचिव के नाम नगरीय निकायों के महापौर तथा अध्यक्ष पद के आरक्षण में 2 आपत्ती दर्ज कराई है, उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ के 14 नगर पालिक निगम के महापौर, 54 नगर पालिका परिषद और 124 नगर पंचायत के अध्यक्षों का आरक्षण अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या के प्रतिशत के आधार पर आरक्षित किया गया है, जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण के लिए जनसंख्या का मूल आधार 2011 की जनगणना को माना गया है उस समय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का भी जनगणना हुआ था लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग का जनगणना नहीं हुआ था और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए गणना सर्वे 2024 को आधार बनाया गया है जिसे छत्तीसगढ़ राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के द्वारा अनुशंसा किया गया है। आरक्षण की प्रक्रिया में जनसंख्या की तुलना 2011 की जनगणना से करते हुए 2024 की काल्पनिक (प्रोजेक्टेड पापुलेशन) प्रस्तावित जनसंख्या को आधार बनाकर अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या का प्रतिशत निकाला गया है,2011 की जनगणना और 2024 की अन्य पिछड़ा वर्ग का गणना सर्वे से अन्य पिछड़ा वर्ग का जनसंख्या प्रतिशत नहीं निकाल सकते थे। इसलिए 2024 की काल्पनिक (प्रोजेक्टेड पापुलेशन) प्रस्तावित जनसंख्या जनगणना को नगरी प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आधार बनाकर 2024 की अन्य पिछड़ा वर्ग गणना सर्वे का तुलना करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या प्रतिशत निकाला गया है, जो कि छत्तीसगढ़ नगर पालिक निगम अधिनियम,1956 की धारा 11(क) तथा छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम, 1961की धारा 29(ख) एवं छत्तीसगढ़ नगर पालिका (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिए महापौर तथा अध्यक्ष पद का आरक्षण) नियम 1999 के आधार पर भी गलत है।
इसलिए नगरीय निकायों के महापौर तथा अध्यक्षों के पद का आरक्षण की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए एवं नियमानुसार संविधान को सर्वोपरि मानते हुए वास्तविक जनगणना के उपरांत आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न किया जाए।

अली हुसैन सिद्दीकी ने अपनी दूसरी आपत्ति में बताया कि पिछली बार रिसाली अन्य पिछड़ा वर्ग महिला और रायगढ़ अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित था इस तरह दोनों नगर निगम के महापौर का पद महिला वर्ग के लिए आरक्षित था इस बार दोनों नगर निगम अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हुआ और उसके उपरांत दोनों में से एक को महिला वर्ग के लिए आरक्षित करना था तब दोनों नगर निगम की पर्ची डालकर चीट निकालकर (लाटरी पद्धति) से आरक्षण करना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया बिना चिट निकाले रिसाली को अनुसूचित जाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया यह भी नियमतः गलत है जिस पर आपत्ति किया गया है आपत्ति का निराकरण नहीं होने पर उन्होंने उच्च न्यायालय की शरण में जाने की बात कही है!


मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए चयनित उम्मीदवारों को दी शुभकामनाएं।

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रायपुर 8 जनवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए छत्तीसगढ़ से चयनित उम्मीदवारों को अपनी शुभकामनाएं दी है। कल शाम खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा के निवास में आयोजित “सेंडिंग ऑफ” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने युवाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। ये युवा नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल होंगे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह तथा खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भी चयनित उम्मीदवारों को अपनी शुभकामनाएं दी।


पीएम सूर्यघर योजना: अब तक आए जिले में 540 आवेदन, 22 मकानों में लगा चुके रूफटॉप सोलर पैनल

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सूर्य की किरण से 1000 घर होंगे रोशन, बेच भी सकेंगे बिजली

    जांजगीर-चांपा / जिलेवासी अब बिजली की भारी बचत व आय में वृद्धि कर सकते हैं। इसके लिए पीएम सूर्य मुत योजना के तहत आवेदन कर मकान में सोलर पैनल लगाना होगा। इसमें बिजली की बचत के साथ आप विभाग को बिजली बेच भी सकेंगे। इसके तहत जिले में 1 हजार का लक्ष्य मिला हुआ है। अब तक 540 लोगों का आवेदन भी आ चुका है। साथ ही अब 22 लोग अपने मकानों में रूफटॉप सोलर पैनल लगवा भी चुके हैं। पीएम घर मुत सूर्य योजना के तहत बिजली विभाग को सोलर पैनल लगाने के लिए लक्ष्य मिला हुआ है। इसके तहत जिले में बिजली विभाग द्वारा लगातार शिविर लगाकर योजना के बारे में जानकारी दी जा रही है। जिले में अब तक 540 आवेदन आ चुके हैं। आवेदन की प्रक्रिया होने के साथ ही संबंधित वेंडर द्वारा सोलर पैनल लगाया जा रहा है। अब तक जिले में 22 घरों में योजना के तहत सोलर पैनल लगाया जा चुका है। जिले में 1000 का लक्ष्य मिला हुआ है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यह पूरा प्रोसेस आनलाइन है। जिससे घर बैठे उपभोक्ता इसके लिए आवेदन कर सकता है। साथ ही इसे लगाने के लिए लोन की सुविधा भी दी जा रही है। जिससे उपभोक्ता इसका लाभ सब्सिडी के तौर में ले सकता है। अगर घर में सोलर पैनल लगते ही बिजली की भारी बचत होगी। साथ ही बिजली को विभाग को बेच सकेंगे। आय में भी वृद्धि होगी। पीएम सूर्य घर योजना के तहत अकलतरा संभाग में प्रथम सोलर इंस्टालेशन किया गया। साथ ही इसके तहत 3 जनवरी को नरियरा व तिलई में शिविर आयोजित किया गया। शिविर में लोगों को पीएम सूर्य घर योजना के तहत अधिक से अधिक संया में सोलर पैनल लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

78 हजार तक मिलेगी सब्सिडी –

   पीएम घर सूर्य मुत योजना के तहत आवेदन करने के लिए एक माह अंतर्गत काम शुरू हो जाएगा। 1 से 2 किलो वॉट क 30 हजार से 60 हजार रुपए, 2 से 3 किलो वॉट तक 60 हजार से 78 हजार रुपए, 3 किलो वॉट से अधिक 78 हजार रुपए सब्सिडी मिलेगी। सोलर पैनल लगाने की अनुमति घर के खपत के अनुसार अनुमति दी जाएगी।

सोलर पैनल लगाने इस तरह कर सकते हैं आवेदन –

    केन्द्र सरकार ने पीएम सूर्य घर योजना के नेशनल पोर्टल लांच किया है। इसके लिए आप बेससाइट पीए सूर्यघर डॉट जी ओव्हीडॉट इन पर जाकर आवेदन कर सकेंगे। इसमें आपको अपने बिजली कनेक्शन का कंज्यूमर नंबर, नाम, पता राज्य और कितनी क्षमता का प्लांट लगाना जानकारियां भरनी होगी। उसी के अनुसार यहा सोलर पैनल लगेगा और सब्सिडी मिल पाएगी। बिजली कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचकर सत्यापित करेंगे। इसके बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। पोर्टल पर कई वेंडर पंजीकृत हैं, जो सोलर पैनल लगाते है। अपने हिसाब से वेंडर चुन सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने मेरे कांधे पर हाथ रखा और नया हौसला दिया- हितग्राही मनोज

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पीएम जनमन योजना से हमारी जिंदगी बदल गई – घासीराम कमार

लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री की सादगी से प्रभावित हुए हितग्राही

महासमुंद 08 जनवरी 2025/ सुशासन की राह पर बढ़ते छत्तीसगढ़ की झलक सोमवार को महासमुंद में आयोजित लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम में दिखी। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सादगी से हितग्राही प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। जिन हितग्राहियों से मुख्यमंत्री मिले उनकी खुशी देखती ही बन रही थी। स्टॉल अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री बेहद सादगी और शालीन तरीके से हितग्राहियों से मिलते हुए उनके रोजगार और आजीविका से संबंधित जानकारी बहुत ही सहज अंदाज से और छत्तीसगढ़ी में बात करते हुए ली। मुख्यमंत्री द्वारा समाज कल्याण विभाग के स्टॉल में 5 हितग्राहियों को मोटराईज्ड ट्रायसायकल की चाबी सौंपी गई। इस दौरान हितग्राही मनोज कुमार, रमेश कुमार कन्नौजे, बेहद भावुक दिखे। रमेश ने कहा कि यह मेरे लिए एक अविस्मरणीय क्षण था। आज मुख्यमंत्री के हाथों मुझे मोटराईज्ड ट्रायसायकल की चाबी मिली है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को मुझे बेहद नजदीक से देखने को मिला। उन्होंने मेरे कांधे पर हाथ रखकर मुझसे मेरा हाल पूछा और मुझे चाबी सौंपी। इस बेहद मार्मिक क्षण को मैं जीवन भर नहीं भुलूंगा।

इसी तरह आदिवासी विकास विभाग के स्टॉल में जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो ग्राम सोनासिल्ली के श्री घासीराम कमार ने बड़े ही अपनेपन से स्वयं द्वारा निर्मित बांस से बनी राष्ट्रीय पक्षी मयूर की बेहद खूबसूरत कलाकृति भेंट किए। मुख्यमंत्री द्वारा उसके कलाकृति को सराहते हुए उनके कामकाज की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पीएम जनमन योजना के तहत अब मेरे घर में पीने का पानी मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवास में सुरक्षित तरीके से रह रहे है। बिजली और अन्य मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध है। योजना के तहत मेरा बेटा दुर्गेश कमार स्कूल शिक्षा विभाग में भृत्य के पद पर सेवा दे रहा है। आपके सुशासन में हमारे जीवन में एक नया बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि वे बंसोड़ का काम करते हैं और बांस की सामग्री और कलाकृतियां बनाते है उन्हीं से जीवन यापन चलता है। घासीराम कमार ने मुख्यमंत्री द्वारा आत्मीयता पूर्वक उनकी बात को सुनने से बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार मुख्यमंत्री से मिला यह मेरा सौभाग्य है। घासीराम ने अपने गांव की कहानी बताते हुए कहा कि मेरे गांव में 9 परिवार है और सबके घर में अब पानी, बिजली और सीसी रोड की पहुंच है।

मुख्यमंत्री की सादगी उस समय भी दिखी जब उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में 6 माह के शिशु अद्विक वर्मा को अपने हाथों से अन्नप्राशन कराया। यह उनकी माता के लिए विशेष गौरव का पल था। मुख्यमंत्री ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद दिया। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर मुख्यमंत्री द्वारा वृद्ध माता को आरोग्य किट प्रदान किया गया। इससे वे काफी खुश नजर आई। मुख्यमंत्री के इस आगमन पर हितग्राहियों ने कहा कि सादगी और संवेदनशीलता से भरे मुख्यमंत्री वास्तव में सुशासन की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।


छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी: अब तक 106 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी।

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20.53 लाख किसानों को धान खरीदी के एवज में 23790 करोड़ रूपए का भुगतान

धान खरीदी के साथ-साथ तेजी से हो रहा धान का उठाव

अब तक 79.15 लाख मीटरिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी

49.15 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठाव

रायपुर 7 जनवरी 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 106 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 20.53 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 23 हजार 790 करोड़ रूपए से अधिक का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।
धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। अब तक 79.15 लाख मीटरिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, इसके एवज में 49.15 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 07 जनवरी 2025 को 65 हजार 321 किसानों से 3.41 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 75 हजार 905 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 73 हजार 725 टोकन जारी किया गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।


स्वास्थ्य विभाग किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयारः स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल

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एचएमपी वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं, लक्षणों एवं प्रभावों के बारे में किया जा रहा है अध्ययनः स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री ने एचएमपी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण बैठक में दिए दिशा निर्देश

रायपुर 7 जनवरी 2025/
ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस जिसे एचएमपीवी वायरस कहा जा रहा है, इससे निपटने के लिए छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह से तैयार है। वायरस को लेकर सतर्कता बरतने और तैयारियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मंत्रालय नवा रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

देश के कुछ हिस्सों में इस वायरस के मरीज मिलने के बाद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों की टीम सतत रूप से इस वायरस के बारे में निगरानी रख रही है और इसके लक्षणों एवं प्रभाव के बारे में भी अध्ययन कर रही है। श्री जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी के बाद से ही किसी भी प्रकार के आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि इस वायरस को रोकें और साथ ही इससे लड़ने के लिए आम जनता को भी जागरूक करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वायरस पहले भी रिपोर्ट किया जा चुका है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी जरूरी है । उन्होंने आम जनता से स्वच्छता पर जोर देने की बात कही है।

वायरस से बचने के लिए ये करें
विशेषज्ञों के अनुसार एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए भीड़ वाली जगह से दूरी बना कर रखें, सर्दी खांसी बुखार वाले मरीजों के के संपर्क में नहीं आएं, सर्दी खांसी बुखार के लक्षण पर तत्काल स्थानीय अस्पताल में जांच कराएं। ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। खांसते व छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढंके, अपने हाथों को साबुन एवं सेनेटाइजर से साफ करते रहें, यदि बीमार हैं तो घर पर रहें, ज्यादा पानी पीएं एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करें।

ये काम न करें
सर्दी, खांसी व बुखार होने पर अथवा सामान्य स्थिति में भी टिशू पेपर का दोबारा इस्तेमाल न करें। बार-बार आंख नाक व मुंह को न छूएं । सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें तथा डाक्टर से सलाह लिए बिना किसी भी दवा का इस्तेमाल न करें।

गौरतलब है कि एचएमपी वायरस खांसने, छींकने से निकलने वाले ड्रापलेट्स , संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने अथवा नजदीकी संपर्क में आने , दूषित सतह पर हाथ लगाने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। सर्दी, खांसी , बुखार तथा सर्दियों में सांस लेने में परेशानी इसके सामान्य लक्षण हैं। कुछ गंभीर केसेस में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी इस बीमारी के लक्षण हैं। देश के कुछ राज्यों में इसके मरीज मिलने की सूचना मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग का अमला अपनी तैयारी में जुट गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है जो आम तौर पर सर्दी के दिनों में दिखाई पड़ता है।