Home Blog Page 242

मुख्यमंत्री श्री साय संकल्प दुर्गोत्सव समिति शंकर नगर द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा उत्सव में हुए शामिल

0

रायपुर 11 अक्टूबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज महानवमी पर्व के अवसर पर राजधानी रायपुर के शंकर नगर में संकल्प दुर्गोत्सव समिति द्वारा सजाए दुर्गा पूजा पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी को महानवमीं पर्व की बहुत-बहुत बधाई दी। इस अवसर पर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल और श्री संजय श्रीवास्तव, श्री नवीन मार्कण्डेय, श्री राजेश गुप्ता सहित संकल्प दुर्गोत्सव समिति के सदस्य व बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।


डॉक्टर लोहिया की पुण्य तिथि 12 अक्टूबर पर विशेष लेख

0

बुनियादी सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया डा.लोहिया ने

महापुरूषों की स्मृति और मूल्यांकन से ही कोई समाज ऊर्जा ग्रहण कर निखर सकता है. हालांकि मौजूदा उपभोक्तावादी दौर में इन चीजों के प्रति अनास्था है. ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर राममनोहर लोहिया के शब्दों में कहें तो ‘निराशा के कर्त्तव्य’ ही इस राष्ट्रीय-समाज को नयी राह दिखा सकते हैं।गांधी जी के बाद डॉक्टर राममनोहर लोहिया मुझे सबसे प्रखर विचारक-चिंतक लगते हैं. अपनी धरती-मिट्टी, उसकी सुगंध से जुड़े हुए है। लोहिया जी ने दूसरे महान चिंतकों की तरह सुव्यवस्थित ढंग से अपने विचारों को स्पष्ट करते हुए पुस्तकें नहीं लिखी. छिटपुट लेखन-भाषण, सभा-गोष्ठियों में दिये विचार, ‘जन’ ‘मेनकाइंड’ में लिखी चीजें, पार्टी अधिवेशनों में हुई बहसें, लोकसभा की बहसें ही, वे आधारभूत चीजें हैं, जिनसे लोहिया जी की वैचारिक मान्यताओं के बीच एक अटूट रिश्ता, श्रृंखला या तारतम्य की तलाश की जा सकती हैं, कोई सुव्यवस्थित-संपूर्ण विचारधारा उन्होंने नहीं दी. टुकड़े सूत्र या नारो में कहीं उनकी बातों में एक समग्र दृष्टि झलकती हैं।

डॉ.राममनोहर लोहिया आधुनिक भारतीय राजनीति के मौलिक चिंतकों में से एक हैं. गाँधी, आंबेडकर, लोहिया यह त्रयी बनती है. लोहिया एक क्रांतिकारी और रचनात्मक विचारों वाले नेता थे. उनकी सोच हमेशा ही अग्रगामी रही, वह प्रतिगामी सोच-विचार वाले नेता नहीं थे. हाँ, यह जरूर है कि उन्होंने बुनियादी सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया. वह भारत में समाजवादी राजनीति के सिद्धान्त, व्यवहार, आंदोलन सब एक साथ थे लोहिया अपनी बेबाकी, निडर स्वभाव और निष्कवच आचरण के लिए जाने जाते हैं. इस संबंध में उनके साथी ही नहीं बल्कि उनके विरोधी भी उनके कायल थे
रा जनीति में वैचारिकता के लगातार बढ़ते ह्रासके दौर में आने वाले दौर के लोग हैरत करेंगे कि दुनिया में एक ऐसा फक्कड़ राजनेता भी पैदा हुआ था, जिनकी वैचारिकता की परिधि में समाज, धर्म, राजनीति और अर्थ नीति जैसे तमाम विषय शामिल हैं। निधन के लंबे बाद भी लोहिया के विचार का प्रासंगिक बने रहना अहम है। लोहिया अनेक सिद्धान्तों, कार्यक्रमोंऔर क्रांतियों के जनक हैं। वे सभी अन्यायों के विरुद्ध एक साथ जेहाद बोलने के पक्षधर थे। उन्होंने एक साथ सात क्रांतियों का आह्वान किया। वह इन क्रांतियों केबारे में बताते हैं कि सातों क्रांतियां संसार में एक साथ चल रही हैं।
ग़ैर-कांग्रेसवाद की रणनीति के तहत सभी विपक्षी दलों का एक साझा मंच बनाने में लोहिया कामयाब रहे. इसका नतीजा यह हुआ कि 1967 के आम चुनावों न केवल संसद में बड़ी तादाद में विपक्षी सदस्य चुनकर आए बल्कि उत्तर भारत के नौ राज्यों में विपक्षी संयुक्त विधायक दल की सरकारें बनीं जिनमें समाजवादियों से लेकर वामपंथी दल और भारतीय जनसंघ से लेकर रिपब्लिकन पार्टी जैसे दलित आधार वाले दल भी शामिल हुए. ग़ैर-कांग्रेसी सरकारों के लिए जो न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया गया उसमें समाजवादी विचारधारा और नीतियों-रीतियों का प्रभाव अधिक था. इसी कार्यक्रम में पिछड़ों को 60 प्रतिशत आरक्षण देने, ग़रीब किसानों का लगान माफ़ करने, महिलाओं को आगे लाने और उन्हें ज़्यादा प्रतिनिधित्व देने, मजदूरों के श्रम के बदले दाम बांधने और जाति तोड़ने जैसी बातें सामने आयीं.

बहुआयामी सोच था उनका, वशिष्ठ, बाल्मीकि, रामायण, कृष्ण, राम, शिव, रामायण मेला जैसे विषयों पर मौलिक अवधारणाएं-व्याख्याएं कृष्ण पर जिस ढंग से उन्होंने विचार किया है, वैसा किसी संत, साधक या महान बुद्धिजीवी ने भी नहीं सोचा डॉ लोहिया की राजनीति इन्हीं मौलिक विचारों-बिंदुओं की बुनियाद पर खड़ी थी. राजनीति के उस भवन में कई चिंदिया आज लग गयी है. झाड़-झंखाड़ भी हैं, पर वह बुनियाद स्रोत जिनसे उनकी राजनीतिक विचारधारा प्रस्फुटित हुई थी, आज और अधिक प्रासंगिक है।

आज गैर कांग्रेसवाद का सपना कहां है ? या इससे देश को क्या मिला ? कुछ राजनीतिक विश्लेषक आरोप लगाते हैं कि आज भाजपा इस गैर कांग्रेसवाद की सीढ़ी पर चढ़ कर ही शीर्ष पर पहुंची है. वह पूर्णतया असत्य भी नहीं हैं. हालांकि जनतंत्र में डॉ लोहिया रोटी (सत्ता) पलटने की अनिवार्यता पर बार-बार जोर देते थे. वह निराश रहने और काम करने (निराशा के कर्तव्य) के पैरोकार थे।

लोहिया की राजनीतिक दृष्टि जितनी पैनी थी, उनका सामाजिक दृष्टिकोण उतना ही स्पष्ट. हिंदू-मुस्लिम सांप्रदायिकता की बात हो, ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ में सुधार की बात हो या फिर नदियों, तीर्थ-स्थानों, इबादत की जगहों, मकबरों आदि की सफ़ाई का मुद्दा हो, जाति-प्रथा और स्त्रियों की दशा और अधिकार का मामला हो, आरक्षण का मुद्दा हो, इन सब मुद्दों पर लोहिया ने बहुत ही स्पष्ट योजना के साथ अपनी बात रखी है. लोहिया-“मनुष्य को उसके अतीत से काटकर देखने के हिमायती थे. मनुष्य अपने अतीत की निर्मिति है, यह विचार उनके लिए असह्य रहा होगा क्योंकि इसी विचार से जाति-व्यवस्था, रंग-भेद और लिंगभेद की व्यवस्थाएं पैदा हुईं, जिन्हें लोहिया बेहद नफरत करते थे. अतीत से मिले गुणों अथवा अवगुणों के आधार पर किसी के व्यक्तित्व का आकलन करना जातिवाद, नस्लवाद और लिंगवाद को खाद-पानी देने के समान है. इसलिए लोहिया व्यक्ति को उसके कामों और इरादों से जानने-समझने के पक्ष में थे.

वे आधुनिकतम विद्रोही और क्रांतिकारी थे, लेकिनशांति व अहिंसा के भी अनूठे उपासक थे। इतना नहीं, लोहिया मानते थे कि पूंजीवाद और साम्यवाद दोनों एक-दूसरे के विरोधीहोकर भी दोनों एकांगी और हेय हैं। इसलिए इन दोनों से समाजवाद ही छुटकारा दिला सकताहै। डॉ.लोहिया समाजवाद को प्रजातंत्र के बिना अधूरा मानते थे। उनकी दृष्टि में प्रजातंत्रऔर समाजवाद एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। लोहिया की नजर में समाजवाद और प्रजातंत्र एक-दूसरे के बिना अधूरे तथा बेमतलब हैं। उनके जाति तोड़ो व परिवारवाद के विरोधी विचार को किनारे कर रखा है। बावजूद इसके अगर नए भारत की राह की खोज की जाती है, तो उसमें लोहिया के विचार आज भी प्रासंगिक नजर आते हैं।
दबाव, अनुरोध और उदाहरण. ये ही तीन काल सिद्ध और लोक सिद्ध तरीके हैं. लोहिया जीवन भर अपने चिंतन और अपनी कार्यवाहियों में इन्हीं तरीकों से लोकतान्त्रिक समाजवाद को जमीन पर उतारने का संघर्ष करते रहे. भारतीय राजनीति में उनके जितना ईमानदार और तेजस्वी नेता आज दुर्लभ हैं.

सत्याग्रह, सिविल नाफरमानी, घेरा डालो, दाम बांधो, सप्तक्रांति, नर-नारी समता, रंगभेद, चमड़ी सौंदर्य, जाति प्रथा के खिलाफ, मानसिक गुलामी, सांस्कृतिक गुलामी, दामों की लूट, शासक वर्ग की विलासिता, खर्च पर सीमा, 10 हजार बनाम 3 आने, संगठन सरकार के बीच का रिश्ता, जैसे असंख्य सवाल-मुद्दे कार्यक्रम उन्होंने उठाये और लड़े-पहली बार केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. धारा के खिलाफ चलने की राजनीति की परंपरा डाली और अपने निकट के लोगों को सही मुद्दे उठा कर चुनाव हारने के लिए खड़ा किया. उन्हें शानदार हार पर बधाई दी।
आज लोहिया की प्रासंगिकता गांधी के बाद सबसे अधिक है. तीसरे विकल्प की तलाश में बेचैन उनकी पूरी राजनीति और विचार-यात्रा, इस नये विकल्प, नये मनुष्य, नयी व्यवस्था और नये सपने के ईद-गिर्द हो रही.और इस भटकती दुनिया, (सिर्फ भारत में नहीं) साम्यवाद और पूंजीवाद के विफल होने के बाद की बेचैन दुनिया को आज सबसे अधिक एक नये विकल्प, नयी सभ्यता और पूंजीवाद के विफल होने के बाद की बेचैन दुनिया को आज सबसे अधिक एक नये विकल्प, नयी सभ्यता और संस्कृति की तलाश है. अपना अस्तित्व कायम रखने के लिए और इसी कारण आज लोहिया बहुत प्रासंगिक है।

लेखक इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार और समाजवादी आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ता है


मुख्यमंत्री ने डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

0

रायपुर, 11 अक्टूबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,प्रबुद्ध लेखक और सांसद डॉ.राम मनोहर लोहिया की 12 अक्टूबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोहिया जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन अन्याय के खिलाफ़ लड़ने के लिये समर्पित कर दिया । लोहिया जी ने विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक सुधारों की वकालत की जिसमें जाति व्यवस्था का उन्मूलन, भारत की राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी को मान्यता और नागरिक स्वतंत्रता का मज़बूती से संरक्षण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि लोहिया जी को उनकी प्रखर देशभक्ति और लोककल्याणकारी विचारों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।


रायगढ़ में तेजी से विकसित हो रही है नागरिक सुविधाएं : वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी

0

रायगढ़ निगम क्षेत्र में लगभग 5 करोड़ की लागत से 11 सड़क निर्माण कार्यों का भूमिपूजन

रायपुर, 11 अक्टूबर 2024/ वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने आज रायगढ़ निगम क्षेत्र में 4 करोड़ 95 लाख 91 हजार रुपए की लागत ने बनने वाली 10 डामरीकृत सड़क एवं एक सीसी सड़क निर्माण कार्य का आज भूमि पूजन किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों के लिए वार्डवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यहां सड़क निर्माण के कार्य किए जा रहे है इससे जनसामान्य को आवागमन में सुविधा मिलेगी। उन्होंने निर्माण कार्य को लेकर निगम अधिकारी एवं संबंधित ठेकेदार को उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

       वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इससे क्षेत्र के विकास, आधारभूत संरचना को मजबूती मिलने के साथ लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि रायगढ़ में विकास का नया अध्याय लिखने के लिए सतत रूप से कार्य के साथ यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि क्षेत्र के छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के साथ सभी के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन सभी के हितों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है, जिसमें धान का समर्थन मूल्य, महतारी वंदन जैसे विभिन्न योजनाओं के संचालन के साथ ही अधोसंरचना विकास के कार्य किए जा रहे है।

      वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत, सड़क, चिकित्सा जैसे मूलभूत विकास के साथ ही नई पीढ़ी को भी ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। अब तक संभाग मुख्यालय में ही प्रयास विद्यालय का संचालन किया जाता था, लेकिन रायगढ़ पहला जिला है जहां प्रयास विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। यहां पढ़ाई के साथ ही आवासीय सुविधाएं उपलब्ध है। जहां इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ जैसे विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाती है। अपने बच्चों को प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रयास विद्यालय में प्रवेश दिलाएं ताकि हमारा प्रयास सफल हो और बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।

वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि हार्टीकल्चर कालेज के लिए 24 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है। साथ ही राष्ट्रीय स्तर के लाईब्रेरी की सुविधा उपलब्ध कराने नालंदा परिसर की स्थापना की जाएगी। जहां युवा विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी आसानी से कर पायेंगे। महापौर श्रीमती जानकी काटजू ने रायगढ़ के विकास में सतत् रूप से सहयोग के लिए वित्त मंत्री श्री चौधरी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व में निगम क्षेत्र के अंतर्गत कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर नगरीय संस्थाओं के अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।

इन कार्यों का हुआ भूमि पूजन

कार्यक्रम स्थल छातामुड़ा बस्ती में 32 लाख 15 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 41 छातामुड़ा मेन गेट से बस्ती तक डामरीकृत सड़क निर्माण, 15 लाख रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 41 मेन रोड से सहदेव पाली बस्ती तक सीसी सड़क निर्माण, 50 लाख रुपए लागत से वार्ड क्रमांक 42 अमलीभौना प्राथमिक शाला से बाबा धाम मुख्य मार्ग से बस्ती तक डामरीकृत सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया गया। इसी तरह मिनीमाता चौक में आयोजित कार्यक्रम में वार्ड क्रमांक 29, 30 पंडित दीनदयाल गार्डन से कयाघाट चौक तक डामरीकृत सड़क निर्माण लागत 32 लाख 70 हजार रुपए, वार्ड क्रमांक 28, 29 आयुर्वेद हॉस्पिटल से मिनीमाता चौक तक डामरीकृत सड़क 40 लाख 53 हजार रुपए लागत से, वार्ड क्रमांक 20 शहीद चौक से शनि मंदिर तक 22 लाख 5 हजार रुपए लागत से, 1 करोड़ 21 लाख 55 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 37 शंकर टिंबर पुलिया से बेनी कुंज तक डामरीकृत सड़क निर्माण होगा। बोईरदादर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बोईरदादर चौक से शालिनी स्कूल तक 48 लाख 50 हजार रुपए की लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 48 महेश शुक्ला घर से खोखरा घर तक 20 लाख रुपए लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 47 क्रेजी फास्ट फूड सेंटर से विजयपुर चौक से इंदिरा विहार चौक तक 80 लाख 20 हजार रुपए की लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 42 सुरभि डेयरी से सुमित घर की ओर मुख्य मार्ग तक डामरीकृत सड़क 29 लाख 83 हजार रुपए की लागत से निर्माण होगा।


विष्णु के सुशासन में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर एक और बड़ा कदम

0

राज्य के चार नवीन मेडिकल कालेज भवन निर्माण के लिए 1020 करोड़ रूपए का ई-टेंडर जारी

24 माह में पूरा होगा निर्माण कार्य, सीजीएमएससी होगी निर्माण एजेंसी

रायपुर, 11 अक्टूबर 2024/
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय राज्य के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं। तरक्की और सुशासन का ये सफर स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के रूप में भी नजर आ रहा है। । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के साथ मिलकर स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और नई सुविधाओं के विकास पर विशेष जोर दिया है। इसी बात के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री साय की पहल और और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में राज्य के चार नवीन मेडिकल कालेजों के भवन के लिए निविदा जारी कर दी गयी है।

राज्य में जांजगीर चांपा, कबीरधाम, मनेंद्रगढ़ और दंतेवाड़ा के गीदम में चार नवीन मेडिकल कालेज बनेंगे। इनकी प्लानिंग, डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग और निर्माण कार्य के लिए 1020.60 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। 11 अक्टूबर से बिड डाक्यूमेंट आनलाइन उपलब्ध होंगे तथा इन्हें जमा करने की अंतिम तारीख 7 नवंबर होगी।

ई- टेंडर जारी होने पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का इजाफा करना है ताकि राज्य के युवाओं के साथ ही प्रत्येक वर्ग के लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके और स्थानीय लोगों को इलाज के लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध हो सके।


शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों एवं दंत चिकित्सा महाविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्रों को पाठ्यक्रम अवधि के दौरान निजी प्रेक्टिस, सेवा अथवा नौकरी करना प्रतिबंधित

0


रायपुर, 11 अक्टूबर 2024- छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों एवं शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्र पाठ्यक्रम अवधि के दौरान निजी प्रेक्टिस, सेवा अथवा नौकरी नही कर पाएंगे। चिकित्सा शिक्षा रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ स्नातकोत्तर चिकित्सा प्रवेश नियम एवं विवरणिका 2021 अनुसार इसको प्रतिबंधित किया गया है। इस आदेश के अंतर्गत सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के अधिष्ठाताओं और प्राचार्य दंत चिकित्सा महाविद्यालय को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि स्नातकोत्तर छात्र-छात्राएं इस नियम का कड़ाई से पालन करें। सभी छात्र-छात्राओं से इस संबंध में एक शपथ पत्र प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये गये है। जो इस बात का आश्वासन देगा कि वे अपनी पाठ्यक्रम अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की अनाधिकृत निजी प्रेक्टिस, सेवा अथवा नौकरी नही करेंगे।


नक्सलियों द्वारा बिछाए आईईडी में पैर गवाने वाले नक्सल पीड़ितों को मिला कृत्रिम पैर का सम्बल

0

आभार जताने अपने कृत्रिम पैर से चलकर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निवास पहुंचे नक्सल पीड़ित

रायपुर, 11 अक्टूबर 2024/ वनोपज संग्रहण या खेती कार्य जैसे अपनी दैनिक जीवनचर्या के बीच जंगलों के रास्ते गुजरते समय नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बमों में ब्लास्ट की अलग-अलग घटनाओं में अपना पैर गंवाकर अपाहिज की दर्दभरी जिंदगी जी रहे बस्तर के ग्रामीणों को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश व उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की पहल पर कृत्रिम पैर का संबल मिल रहा है। पहले चरण में नक्सल हिंसा प्रभावित ऐसे 6 लोगों को फिजिकल रेफरल रिहैबिलिटेशन सेंटर समाज कल्याण परिसर माना कैंप रायपुर में कृत्रिम पैर लगाकर चलने की ट्रेनिंग दी गई। आईईडी ब्लास्ट में पैर खोने के बाद से चलने फिरने के लिए दूसरों पर निर्भर हो गए ये लोग अब कृत्रिम पैर पाकर इतने उत्साहित हैं कि खुद अपने पैरों से चलकर आज उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निवास अपनी खुशी व्यक्त करने पहुंचे।

उल्लेखनीय है कि बस्तर क्षेत्र के लगभग 70 नक्सल पीड़ितों ने बस्तर शांति समिति की पहल पर विगत सितंबर माह में दिल्ली जाकर जंतर मंतर में प्रदर्शन करने के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह तथा राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें आप बीती बताते हुए बस्तर में शांति की गुहार लगाई थी। वहीं दिल्ली से लौटकर वे आए तो उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने अपने निवास कार्यालय में एक-एक पीड़ितों से बात कर उनका हालचाल जाना था और उनका हौसला बढ़ाया था और आईईडी ब्लास्ट में पैर गवा चुके पीड़ितों के कृत्रिम पैर लगवाने के निर्देश दिए थे।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार आईईडी ब्लास्ट में अपने अंग खोने वाले ग्रामीणों का समाज कल्याण विभाग के सहयोग से ऐसे नक्सल हिंसा पीड़ितों को कृत्रिम अंग लगाने की शुरुआत हो गई है। कृत्रिम पैर लगाने के लिए बस्तर से 9 नक्सल पीड़ित का आना तय हुआ था, किंतु व्यक्तिगत कारणों से 3 पीड़ित अभी नहीं पहुंच पाए। इस प्रकार 6 नक्सल पीड़ित गुड्डू लेकाम बीजापुर, अवलम मारा बीजापुर, सुक्की मड़कम सुकमा, सोमली खत्री बीजापुर, खैरकम जोगा बीजापुर, राजाराम बीजापुर को फिजिकल रेफरल रिहैबिलिटेशन सेंटर समाज कल्याण परिसर माना कैंप रायपुर में कृत्रिम पैर लगाए गए।

कृत्रिम पैर लगने के बाद इनकी जिंदगी एक नई करवट ले रही है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निवास पहुंचे इन नक्सल पीड़ितों ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि अब वे अच्छा महसूस कर रहे हैं। कदम-कदम पर किसी और के सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिंदगी में अब आगे बढ़ने और कुछ हासिल करने की सोच सकते हैं। हालांकि नक्सलियों ने जो छीना है उसकी भरपाई नहीं हो सकती। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशीलता से उन्हें कृत्रिम पैर सुलभ होने के साथ जीवन में नया उत्साह आया है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार का आभार व्यक्त किया।


साईबर सुरक्षा व जल संरक्षण के उपायों को लेकर जागरूकता व उसे अमल में लाना बेहद जरूरी-सुप्रीम कोर्ट जस्टिस श्री प्रशांत मिश्रा

0

साईबर अपराधों से बचाव व जल संरक्षण के लिए सजगता से करने होंगे प्रयास-वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी

साईबर सुरक्षा व जल संरक्षण को लेकर रायगढ़ में आयोजित हुई कार्यशाला

रायपुर, 11 अक्टूबर 2024/ साईबर सुरक्षा और जल संरक्षण को लेकर रायगढ़ नगर निगम ऑडिटोरियम में गुरुवार को एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस श्री प्रशांत मिश्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया, जबकि वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य लोगों में साईबर सुरक्षा और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना था।
इसमें जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायगढ़ श्री जितेन्द्र कुमार जैन, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, जिला न्यायालय से सभी न्यायाधीश, जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जस्टिस श्री प्रशांत मिश्रा ने कहा कि साईबर जागरूकता एवं जल संरक्षण यह दो ऐसे विषय है जो आज के समय में हम सभी के जीवन से सीधे तौर से जुड़े हुए है। साईबर अपराधों से बचाव के लिए इसके बारे में जागरूक होना सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। आज टेक्नालॉजी तेजी से विकसित हो रही है। ऐसे में स्वयं को अपडेट रखना और साईबर अपराधों से जुड़ी जानकारी व उससे बचाव के तरीकों को अमल में लाकर ऐसे अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने अपने आसपास के वाकये बताते हुए कहा कि साईबर ठग लोगों को ज्यूडशरी से जुड़े लोगों के नाम पर भी ठगने का प्रयास करते है। ऐसे मामलों में सतर्कता व सुझबुझ से काम लेना जरूरी है। उन्होंने जल संरक्षण को लेकर कहा कि यह ऐसा मामला है जिसमें हर नागरिक की सहभागिता जरूरी है। जागरूकता के साथ ही जल संरक्षण के उपायों को अमल में लाकर ही हम अपने आसपास एक बेहतर वातावरण निर्मित कर सकते है। इसके लिए सभी को सकारात्मक सोच के साथ काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए एक अच्छा प्रयास किया जा रहा है। अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ लेकर अपने आसपास दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि साईबर अपराधों का दायरा जिस तेजी से बढ़ा है, लोगों के बीच सतर्कता का स्तर उसी अनुरूप बढ़ाना आवश्यक है। आज के डिजीटल युग में अगर समझदारी से काम न लिया जाए तो एक क्लिक में आदमी अपनी सारी जमा पूंजी गंवा सकता है। उन्होंने बताया कि चोरी जैसे अपराधों के मुकाबले अब साईबर ठगी से लोगों को कही ज्यादा आर्थिक नुकसान हो रहा है। शासन-प्रशासन अपने स्तर पर ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने व अपराधियों को सजा दिलाने के लिए कार्य कर रही है। लेकिन एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सभी को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। साईबर अपराधों के तरीके व इसके पीछे काम करने वाले मनोभावों की समझ बढ़ाकर तथा उससे बचाव के तरीकों के बारे में स्वयं तथा अपने परिवार वालों को जागरूक कर साईबर अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन के जल संरक्षण अभियान की सराहना करते हुए कहा कि रायगढ़ में भू-जल व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर नवा रायपुर में पीपल फॉर पीपुल अभियान चलाकर व्यापक रूप से पीपल के पेड़ लगाने का काम किया जा रहा है। रायगढ़ जिले में भी व्यापक स्तर पर यह कार्य हुआ है। केलो बांध का पानी नहरों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाने की दिशा में कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में प्रकृति पूजन का अहम स्थान रहा है। इसको दृष्टिगत रखते हुए हम सभी को जल संरक्षण की दिशा में साथ मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से शासन स्तर पर फ्लाईएश व ईएसपी मैनेजमेंट की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है।


उद्योग मंत्री ने खैरागढ़ में छत्तीसगढ़ महतारी और स्व. श्री देवव्रत सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण

0

खैरागढ़ में 39.50 लाख रूपये की लागत से 4 सामुदायिक भवनों का भूमिपूजन

रायपुर, 10 अक्टूबर 2024/ उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने आज खैरागढ़ के कलेक्टोरेट परिसर में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा और सिविल लाइन में पूर्व सांसद स्वर्गीय श्री देवव्रत सिंह की प्रतिमा का भी अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने खैरागढ़ शहर के अलग-अलग वार्डाे में 39.50 लाख रूपये की लागत से बनने वाले 4 सामुदायिक भवनों का भूमिपूजन किया।

उद्योग मंत्री श्री देवांगन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण सदैव लोगों को अपनी धरती माता के लिए समर्पित भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि जनमानस की आकांक्षा थी कि पूर्व सांसद स्व. श्री देवव्रत सिंह कि प्रतिमा का दशहरा पर्व से पहले अनावरण हो और हमने जनमानस की आकांक्षाओं का ख्याल रखते हुए उनकी प्रतिमा का अनावरण किया है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लोकसभा सांसद श्री संतोष पांडे ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ को महतारी का दर्जा दिया है। आज खैरागढ़ जिला कार्यालय परिसर में बहुत विशाल और भव्य प्रतिमा का अनावरण हुआ है। उन्होंने कहा कि स्व.देवव्रत सिंह इस क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद एवं विधायक रहे। लोगों की इच्छा थी कि उनके प्रतिमा का अनावरण जल्द से जल्द हो और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रभारी मंत्री श्री देवांगन द्वारा स्व. श्री देवव्रत सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया है।

इस अवसर पर खैरागढ़ विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा, डोंगरगढ़ विधायक श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल, अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव श्रीमती गीता घासी साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह, जिला पंचायत सभापति घम्मन साहू, छुईखदान जनपद अध्यक्ष श्रीमती नीना विनोद ताम्रकार, खैरागढ़ नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती गिरजा चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।


छत्तीसगढ़ को कर हस्तांतरण के मिले 6070 करोड़ रुपए

0

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के प्रति जताया आभार

रायपुर. 10 अक्टूबर 2024. भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ को कर हस्तांतरण के तहत 6070 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने केंद्र सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा है कि त्योहारों के मौके पर भारत सरकार द्वारा प्रदेशवासियों के लिए यह अनुपम उपहार है। इस राशि से राज्य के वित्तीय संसाधनों को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जो विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने में सहायक सिद्ध होगी। इससे जनकल्याण के कार्यों में भी तेजी आएगी। श्री साय ने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में लगातार प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रही है।