अहिवारा, 24 अक्टूबर 2025।प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बने पुराने आवासों से जुड़ा विवाद अब सुर्खियों में है। अहिवारा नगर पालिका एवं जामुल नगर पालिका के पूर्व आवास प्रेरक अंशुल मोराने ने अहिवारा नगर पालिका अधिकारी अंकुर पांडे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अधिकारी ने हितग्राहियों से कमीशन वसूल कर नहीं देने पर उन्हें तंग करना एवं सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
श्री मोराने ने आरोप पत्र के समर्थन में एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी नगर पालिका अध्यक्ष विद्यानंद कुशवाहा को सौंपी है, जिसमें कथित तौर पर अधिकारी और उनके बीच कमीशन संबंधी बातचीत दर्ज है। उनके साथ चितरंजन अग्रवाल, जो कि नगर पालिका में वास्तुविद सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं, ने भी कहा कि कमीशन नहीं देने के कारण उनकी बिल भुगतान प्रक्रिया को जानबूझकर नगर पालिका अधिकारी द्वारा रोका जा रहा है।
दोनों अंशुल मोराने एवं चितरंजन अग्रवाल ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को सौपा ज्ञापन
इस पर नगर पालिका अध्यक्ष विद्यानंद कुशवाहा और उपाध्यक्ष अशोक बाफना को सौंपी गईं शिकायत पत्र के साथ साक्ष्य के रूप में वॉइस रिकॉर्डिंग भी दी गई।
इस पर अहिवारा नगर पालिका परिषद अध्यक्ष कुशवाहा एवं अशोक बाफना ने कहा कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
दूसरी ओर, नगर पालिका अधिकारी अंकुर पांडे ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, “यह शिकायत पूर्णतः निराधार है। जो वॉइस रिकॉर्डिंग प्रस्तुत की गई है, वह एआई (AI) जनित और भ्रामक है।” उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्तिगत द्वेष से प्रेरित प्रयास है जिससे उनकी छवि धूमिल की जा रही है।
फिलहाल नगर पालिका पार्षद इदरजीत राऊत का कहना है कि नगर पालिका स्तर पर जांच प्रक्रिया प्रारंभ करने की तैयारी है। यदि रिकॉर्डिंग वास्तविक पाई जाती है तो यह मामला भ्रष्टाचार निरोधक विभाग तक पहुंच सकता है। वहीं, श्री राऊत ने भी इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी जनकल्याणकारी योजना की साख पर प्रश्नचिह्न न लगे।







