अम्बागढ़ चौकी : आगामी विधान सभा चुनाव को ध्यान पर रखकर शिवसेना उन जन जातियों पर अधिक विचार लगा रही है जो सेवादार हो जैसा कि कंडरा, गाँड़ा, प्रधान, देवार एंव अन्य अन्य जिसे देश का दो सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजनीति पार्टी ने कभी भी यैसे जन जातियों को अपने बराबर नहीं मानते, इनका सिर्फ इस्तेमाल करते आ रहे, ये जन जातियाँ समाज के साथ-साथ देवताओं का भी सेवा करते आ रहे इन्हे दोनों रष्ट्रीय पार्टी अपना सेवक बनाकर ही रखे हुवे है, जो सबसे पिछड़े वर्ग मे गिनती लगाया जाता है इन जन जातियों मे कंडरा जन जाती के लोग बांस से बनी विभिन्न पात्र का निर्माणकर्ता है, गाँड़ा जन जाती वाद्य यंत्र का इस्तेमाल करते है, देवार जन जाती संगीत मे जान फूकते है जो घूम घूम कर रुंजू बजाते है, वही प्रधान जन जाती के लोग देव कार्य पर नाहबद, तुर्रा बजाकर सेवा करते है यैसे जन जातियों पर कभी दोनों राष्ट्रीय पार्टी कुर्सी पर आशिन होने का मौका नहीं दिए शिवसेना छत्तीसगढ़ यैसे जन जातियों का उत्थान करने मोहला-मानपुर विधान सभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाकर इनकी पहचान बढ़ाने का प्रयास कर रही है, दोनों सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्टी ने विधान सभा एंव लोक सभा मे अपना प्रत्याशी बनाये है तो किसी अच्छे पोष्ट पर आसीन, कोई राज शाही हो या कोई दीवानगी कर्ता हो को ही बनाया गया, वही शिवसेना गरीब मजदूर बेरोजगार किसान को उनका हक अधिकार का सम्मान करते यैसे तबके के लोगो को उठाने और उन्हें सम्मान प्राप्त करने को लेकर आगे बढ़ाने मे अधिक ध्यान दिया जा रहा मोहला-मानपुर विधान सभा क्षेत्र मे एक कंडरा महिला प्रत्याशी को उतारा जाएगा शिवसेना प्रदेश सचिव दिनेश ताम्रकार ने कहा शिवसेना अति उपेक्षित जन जातियों का सम्मान करती है और आम जनता से आग्रह करता है कि यैसे लोगो को चुनाव मे विजयी बनाये जो क्षेत्र, समाज और प्रदेश का विकास मे सेवा कर सके