भैया थान ब्लाक अंतर्गत ग्राम खोपा निवासी एक लड़की ने महिला बाल विकास के ऊपर एक बड़ा आरोप लगाया है की उसके द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के लिए दिए हुए व्यापम के परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त होने के बावजूद भी उसको आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के योग्य नहीं समझा गया वही आवेदक ने आरोप भी लगाया है कि महिला बाल विकास अधिकारी और कर्मचारियों के द्वारा कुछ पैसे लेकर मेरी जगह किसी और को नौकरी दिला दिया गया है वहीं आवेदक ने यह भी आरोप लगाया है की परियोजना अधिकारी के द्वारा उनसे रिश्वत के पैसे की मांग की गई थी जिसको पूरा नहीं करने के कारण उनका नाम मैरिड लिस्ट से हटाकर बाहर कर दिया गया और उनके स्थान पर किसी और को इसके योग्य समझा गया!


दृतीय पक्ष –
महिला बाल विकास अधिकारी – चंद्र सिंह सिसोदिया
महिला बाल विकास अधिकारी चंद्र सिंह सिसोदिया का कहना यह है कि आवेदक के द्वारा दिए हुए आवेदन के प्रति एक जांच टीम गठित की गई है जांच होने के पश्चात जो दोषी करार पाया जाएगा उसके ऊपर उचित कार्यवाही की जाएगी !
और जो आवेदक ने परियोजना अधिकारी के ऊपर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है उसपर भी जांच टीम गठित कर दोषियों के ऊपर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन भी महिला बाल विकास अधिकारी के द्वारा दिया गया !