भिलाई, कर्पूरी ठाकुर एक महान भारतीय राजनेता थे, जिन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए। उनका जन्म 24 जनवरी, 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले में हुआ था। वह एक स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते थे।
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सोशलिस्ट पार्टी से की और बाद में जनता पार्टी में शामिल हो गए। वह दो बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, पहली बार 1970 में और दूसरी बार 1977 में ।
कर्पूरी ठाकुर की सबसे बड़ी उपलब्धि बिहार में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण प्रणाली की शुरुआत करना था। 1924
उनकी मृत्यु 17 फरवरी, 1988 को हुई थी। उनकी याद में बिहार सरकार ने कई संस्थानों और स्थलों का नाम उनके नाम पर रखा है, जिनमें जन नायक कर्पूरी ठाकुर विधि महाविद्यालय, जन नायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय और कर्पूरी ठाकुर संग्रहालय शामिल हैं सरकार ने उनके द्वारा किये कार्यो व महत्वपूर्ण योगदान कोr देखते हुए भारत रत्न की उपाधि प्रदान कि
दिनांक 24 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ मूल निवासी संघ द्वारा जननायक एवं भारत रत्न स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती भिलाई के अंबेडकर चौक में मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि डॉ ईश्वरदान आशिया जी (रायपुर), सुनील कुमार रामटेके चेयरमैन एससी एसटी ऑल इंडिया पीएसयू, प्रभुनाथ बैठा जी भोजपुरी परिषद प्रांतीय अध्यक्ष, मनोज कुमार चौधरी प्रदेश महासचिव छत्तीसगढ़ मूलनिवासी संघ, मुकेश कुमार राम जिला अध्यक्ष बालारामकोलते दशरथ अहिरवार वरिष्ठ अंबेडकरवादी चिंतक, रजत आनंद अधिवक्ता, रणजीत कुमार , सोहित राम , बीआर उइके, रोशन वासे ,निरंजन हजारी,अजय कुमार एवं अन्य लोग मौजूद रहे ।*