रोहित पासवान l सूरजपुर/26 दिसंबर 2024/ “भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। आन, बान और शान की रक्षा के लिए भारत देश के वीर बाँकुरे हमेशा सजग रहते हैं। दसवें गुरु गोविंद सिंह के दो पुत्रों छः साल के फतेह सिंह और नौ साल के जोरावर सिंह ने पराधीनता के बदले दीवार में चुनना पसंद किया। सच्चे मायने में ये हमारे वीर बाल रहे हैं और रहेंगे। उनकी शहादत को समूचा विश्व आज नमन कर रहा है।
उक्ताशय के विचार शासकीय कन्या महाविद्यालय सूरजपुर के प्राचार्य बृजलाल साहू ने महाविद्यालयीन सभागार में विद्यार्थियों के समक्ष व्यक्त किये। शासन के निर्देशानुसार भाषण प्रतियोगिता हुई। जिसमें बी.कॉम की छात्रा उपासना गोयल, बी.ए. की छात्रा संगीता यादव और रीता सिंह ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रोजेक्टर के माध्यम से लघुवृत्त चित्र, छत्तीसगढ़ वंदना और राष्ट्रगान की मोहक प्रस्तुति भी हुई।
इस अवसर पर संदीप कुमार सोनी, पूजांजलि भगत, दिवाकर सेठी, टमलेश्वर राजवाड़े सहित विभिन्न संकायों की छात्राओं की सहभागिता सराहनीय रही। कार्यक्रम का सफल संचालन राजनीति विज्ञान के विभाग प्रमुख पुनीत गुप्ता ने किया।